घोषणा पत्र समिति, चुनाव समिति, चुनाव प्रबंधन सहित अन्य समितियों के गठन की तैयारी करके रखें, मैं 30 को इस पर चर्चा करूंगा- अमित शाह
भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की मुख्य कमान संभालते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक्शन मोड में आ गए हैं। मात्र 24 घंटे की संक्षिप्त सूचना पर शाह भोपाल आए तो राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मच गई। डेढ़ घंटे की देरी से भोपाल पहुंचे शाह ने मंगलवार रात 9 बजे से भाजपा नेताओं के साथ बैठक प्रारंभ की, जो लगभग ढाई घंटे चली। शाह की बैठक से निकले भाजपा नेताओं के खिले हुए चेहरे बता रहे थे कि अब मप्र में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा। बैठक में शाह ने साफ तौर पर कहा कि प्रदेश के सभी नेता अब एकजुट होकर आक्रामकता के साथ चुनाव मैदान में उतर जाएं। उनकी एकजुटता कार्यकर्ताओं को दिखे भी। उनके साथ मप्र विधानसभा चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव भी भोपाल आए थे। चुनावी तैयारियों को परखने के लिए बुलाई गई इस बैठक में 13 नेता शामिल हुए। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रहलाद पटेल के अलावा गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा एवं कैलाश विजयवर्गीय शामिल हैं।
कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाने आए शाह
मप्र में कार्यकर्ताओं को साधने और उत्साह जगाने के लिए शाह ने सीधा संदेश दिया कि मप्र में विधानसभा का चुनाव उनके मार्गदर्शन में ही लड़ा जाएगा, इसलिए पूरे उत्साह से चुनावी तैयारी में जुट जाएं। नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी पर भी विराम लगाने की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि वे एकजुटता का संदेश दें। अब किसी तरह की खींचतान दिखाई नहीं पड़नी चाहिए।
प्रतिदिन भेजनी होगी रिपोर्ट
अमित शाह फिर 30 जुलाई को भोपाल आएंगे। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र समिति, चुनाव समिति, चुनाव प्रबंधन सहित अन्य समितियों के गठन की तैयारी करके रखें, मैं 30 को इस पर चर्चा करूंगा। इसके साथ ही अब चुनावी तैयारियों की प्रतिदिन की रिपोर्ट शाह को भेजी जाएगी। शाह ने कहा कि अब वे मध्य प्रदेश में हर 15-20 दिन में आने की कोशिश करेंगे।