स्वर्ण रेखा के पुनर्जीवन के लिये स्मार्ट सिटी के माध्यम से तैयार की जायेगी परियोजना
ग्वालियर स्वर्ण रेखा नदी के पुनर्जीवन के लिये स्मार्ट सिटी के माध्यम से डीपीआर तैयार कर नमामि गंगे प्रोजेक्ट को भेजी जायेगी। संभागीय आयुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को स्वर्ण रेखा नदी को पुनर्जीविक करने के उद्देश्य से बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती नीतू माथुर सहित जल संसाधन, सेतु विकास निगम, नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय द्वारा स्वर्ण रेखा नदी के संबंध में दिए गए निर्देशों के परिपालन में आयोजित इस बैठक में संभागीय आयुक्त ने कहा है कि स्मार्ट सिटी द्वारा पूर्व में स्वर्ण रेखा नदी के संबंध में तैयार की गई परियोजनाओं को वर्तमान परिस्थिति में पुन: तैयार किया जाए। नई परियोजना तैयार कर स्वीकृति हेतु भारत सरकार के नमामि गंगे प्रोजेक्ट को भेजी जाए।
स्मार्ट सिटी के माध्यम से तैयार की जाने वाली नई डीपीआर में जल संसाधन विभाग, नगर निगम के साथ ही अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ भी समन्वय स्थापित कर सम्पूर्ण परियोजना तैयार करने का कार्य किया जाए। परियोजना तैयार करने के लिये विशेषज्ञों से भी विचार-विमर्श कर स्वर्ण रेखा नदी के पुनर्जीवन के संबंध में सभी पहलुओं को शामिल किया जाए।
बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने सांक नदी से तिघरा और सांक नदी नून कैनाल से हिम्मतगढ़, रायपुर बांध, मामा का बांध, वीरपुर बांध और हनुमान बांध में आने वाले जल के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग के माध्यम से पूर्व में हनुमान बांध से जलालपुर तक स्वर्ण रेखा नदी में कार्य किया गया है।

