ग्वालियर में हाकी विश्वकप के लिए चुनी गई भारतीय टीम में अंकित का चयन
ग्वालियर. दर्पण फीडर सेंटर पर हाकी का प्रारंभिक ककहरा सीखने वाले अंकित पाल ने गुरुवार को एफआइएच पुरुष जूनियर हाकी विश्वकप के लिए चुनी गई 18 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह बनाकर ग्वालियर में 10 साल का हाकी में सूखा खत्म कर दिया। अंकित से पहले वर्ष 2011 में अरमान कुरैशी ने जूनियर भारतीय टीम में जगह बनाई थी। अंकित वर्ष 2017 से मप्र राज्य पुरुष हाकी अकादमी भोपाल के सदस्य हैं।
भारतीय टीम में चयन होने पर प्रफुल्लित अंकित ने बात करते हुए बेहद खुश जताई। उन्होंने बस इतना कहा कि ये मेरी शुरुआत है। मुझे अभी ओलिंपिक का सफर तय करना है। मेरी पूरी कोशिश है कि विश्वकप में शत-प्रतिशत देकर भारतीय टीम को जीत दिलाउं। दर्पण फीडर सेंटर के मुख्य प्रशिक्षक अविनाश भटनागर ने अंकित के चयन पर बताया कि हमारे सेंटर के लिए आज उपलब्धि भरा दिन है। खेल विभाग द्वारा यहां वर्ष 2008 से संचालित फीडर सेंटर से पुरुष खिलाड़ियों में अंकित पहले खिलाड़ी हैं, जो भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल हुए हैं। महिला खिलाड़ियों में करिश्मा यादव और इशिका चौधरी भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल हुईं थीं। भटनागर ने बताया कि सामान्य परिवार के अंकित दर्पण कालोनी के समीप स्थित सारिका नगर के रहने वाले हैं और उनके पिता संतोष पाल हलवाई का काम करते हैं। अंकित की छोटी बहन पूनम पाल भी राष्ट्रीय स्तर की हाकी खिलाड़ी हैं। वहीं, वे भी इसी फीडर सेंटर पर हाकी सीखती हैं। अंकित के चयन पर जिला खेल अधिकारी जोसेफ बक्सला, ओलंपियन शिवेंद्र चौधरी, संगीता दीक्षित, हसरत कुरैशी सहित हाकी प्रेमियों ने खुशी जाहिर की है।