मिडिल क्लास को GST से मिलेगी राहत, 12% स्लैब को समाप्त कर 5% में लाने की तैयारी में हैं सरकार
नई दिल्ली. GST को लेकर सरकार की बड़ी प्लानिंग है । इसके तहत मिडिल क्लास व लोअर इनकम ग्रुप वाले लोगों का राहत मिल सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही GST में बड़ी राहत दी जा सकती है। केन्द्र सरकार जीएसटी रेट्स में कटौती GST रेट कट की जा सकती है। ऐसा बताया जा रहा है कि मोदी सरकार GST स्लैब बदलने पर गंभीरता से विचार कर रही है। 12% का GST स्लैब अब 5% में आ सकता है।
12 की जगह 5% के स्लैब की तैयारी
सरकारी की तरफ से GST पर ऐसे सामनों पर राहत मिल सकती है। जो खासतौर पर मिडिल और लोअर इनकम वाले घरों में आमतौर पर उपयोग किये जाते हैं। 12% के GST टैक्स स्लैब के अंतर्गत आते हैं। सरकार अब विचार कर रही है। ऐसे अधिकांश सामानों को या तो 5% के टैक्स स्लैब में ट्रांसफर किया जा सकता है। फिर इन पर लगने वाला 12% का स्लैब की समाप्त किया जा सकता है। गौरतलब है कि रोजमर्रा में उपयोग होने वाला अधिकतर सामान इसी स्लैब में आते हैं।
सरकार की ओर से पहले से मिल रहे संकेत
जीएसटी (GST) के मोर्चे पर बड़ी राहत के संकेत पहले से ही सरकार की ओर से मिल रहे हैं। बीते मार्च महीने में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भी कहा था कि जीएसटी टैक्स स्लैब को तर्कसंगत बनाने का प्रोसेस पूरा होने के बाद जीएसटी रेट्स में और भी कमी आएगी. इसके बाद से ही GST Tax Slab Change किए जाने की उम्मीद लगाई जा रही थी और अब सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगली काउंसिल बैठक में ये बड़ा फैसला लिया जा सकता हैं।
GST के भारत में कितने स्लैब
साल 2017 में देश में जीएसटी लागू किया गया था और बीते कारोबारी दिन 1 जुलाई को ही इसने आठ साल पूरे किए हैं। देश में जीएसटी दरें GST Counsil द्वारा तय की जाती हैं और इनमें बदलाव के किसी भी फैसले में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि भी शामिल रहते हैं। बात करें भारत में GST Slabs के बारे में, तो अभी चार जीएसटी स्लैब हैं। 5%, 12%, 18% और 28% हैं। अनाज, खाद्य तेल, चीनी, स्नैक्स और मिठाई के अलावा सोना-चांदी और अन्य तमाम सामानों को अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से इन्ही टैक्स स्लैब में रखा गया हैं।

