इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन शुभांशु का यान पहुंचा, एंट्री करने में लगेगा एक घंटे का समय
नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 (XA-4) मिशन के तहत स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल अंर्तराष्ट्रीय स्टेशन (ISS) से जुड़ गया है। अब ड्रैगन कैप्सूल पहले से तय समय से 20 मिनट पहले डॉक हुआ है। इसके बाद 1-2 घंटे की जांच होगीं। जिसमें हवा के रिसाव और दबाव की स्थिरता की पुष्टि होगी। इसके बाद क्रू आईएसएस में प्रवेश करेगा। यह 28 हजार किमी प्रति घंटा की स्पीड से 418 किमी ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। लांच के बाद से यह करीब 26 घंटे की यात्रा पूरी कर चुका है। और अब अंतिम चरण में है। इसके लिये यान ने कई कक्षीय मैन्यूवर्स किये है। ताकि ISS की कक्षा के साथ अलाइन हो सके।
ड्रैगन कैप्सूल की डॉकिंग प्रक्रिया
ड्रैगन कैप्सूल की ISS के साथ डॉकिंग एक स्वचालित (autonomous) प्रक्रिया है, लेकिन शुभांशु और कमांडर पेगी व्हिटसन इसकी निगरानी करेंगे। यह प्रक्रिया सटीकता और सुरक्षा के लिए डिज़ाइन की गई है। इसे चार मुख्य चरणों में समझा जा सकता है… रेंडेजवू (Rendezvous)। ड्रैगन कैप्सूल लॉन्च के बाद 90 सेकंड के इंजन फायरिंग के साथ अपनी गति और दिशा समायोजित करता है। दोपहर 2:33 बजे IST तक, यान 400 मीटर नीचे और 7 किमी पीछे से शुरू हुआ और अब 200 मीटर की दूरी पर है। स्पेसएक्स और नासा के ग्राउंड कंट्रोलर यान के सिस्टम की जांच करते हैं।

