परिवहन आयुक्त वी मधुकुमार के वीडियो की जांच लोकायुक्त करेगा
ग्वालियर. मप्र के परिवहन आयुक्त पद से हटाये गये आईपीएस अधिकारी वी मधुकुमार के मामले में अब लोकायुक्त एनके गुप्ता ने स्वतः संज्ञान ले लिया है और 2 दिन बाद मामले में जांच के आदेश दिये गये हैं। मामले की जांच विशेष पुलिस स्थापना के पुलिस अधीक्षक स्तर का अधिकारी करेगा। व्ही मधुकुमार का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वह पुलिस अध्किारियों से लिफाफे लेते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इससे पूर्व सरकार की ओर से शिकायत नहीं मिलने की बात कहकर मामले को टाला जा रहा था। इधर, व्ही मधुकुमार की अधिकारियों के बीच भी खांसी पैठ सामने आ रही है। सूत्रों की मानें तो कुछ समय पूर्व व्ही मधुकुमार और एक अन्य अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी का लोकायुक्त पुलिस स्थापना में ट्रांसफर किये जाने पर विवाद हुआ था। उनकी पदस्थापना पर एक अधिकारी ने तत्कालीन सरकार के फैसले पर आपत्ति दर्ज कराई थी।
क्या है पूरा मामला
व्ही मधुकुमार का लिफाफे लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने उनकी सेवायें परिवहन विभाग से वापिस लेते हुए पुलिस मुख्यालय भेज दिया था। यह वीडियो वर्ष 2016 मेें आगर मालवा के सर्किट हाउस का बताया जा रहा है। ऐसा कहा जाता है कि पुलिस कर्मियों ने परेशान हो कर कमरे में एक घड़ी में कैमरा लगा दिये थे। 5 मिनट 35 सेकेण्ड के वीडियो में मधुकुमार कई बार लिफाफा लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियों को तैयार कराने में एक एसपी, टीआई और पत्रकार की भूमिका थी।
लगातार हो रही आलोचना के बाद हुआ फैसला
वायरल वीडियो के मामले में सरकार की चारों ओर से आलोचना होने लगी थी। ट्वीट पर कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर थी। सरकार की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया था। ऐसा बताया जाता है कि मामले को लेकर हाईकमान स्तर पर बातचीत की जा रही थी। लेकिन जांच कैसे शुरू हो, इस पर निर्णय नहीं लिया जा पा रहा था। ऐसे में अब सोमवार को लोकायुक्त के स्वतः संज्ञान लेने से जांच सीधे सरकार की निगरानी में आ गयी है।