ग्वालियर में किसान सम्मेलन में कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह व सिंधिया ने किसानो को कृषि कानून के लाभ गिनाए
ग्वालियर. कृषि कानून के समर्थन में भाजपा भी खुलकर में आई और किसानों को इसके लाभ गिनाने के लिए किसान सम्मेलन आयोजित किए जा रहे है। ग्वालियर में किसान सम्मेलन में शामिल होने आए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि कानून को लेकर विपक्षी दल किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है लेकिन इस प्रयास में वह कभी सफल नहीं होंगे। किसानों के साथ वार्ता में जल्द ही समाधान होगा।
आज भी समर्थन मूल्य पर मुहर लगती है- सिंधिया
दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास केवल नारा नहीं है भाजपा की नीयत भी है। आज भी समर्थन मूल्य पर मुहर लगती है। कृषि कानून को लेकर विपक्ष झूठ के बीच बो रहा है, कृषि कानून पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस पहले अपने गिरेबान में झांके, हम बदलेंगे नहीं तो आगे बढ़ेंगे नहीं।
फूलबाग में एलईडी पर रीवा से सीएम शिवराज का प्रसारण किया
वहीं आयोजन स्थल फूलबाग मैदान पर चार बड़ी एलईडी लगाई गई। दोपहर करीब 2.30 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रीवा में चल रहे आयोजन का यह प्रसारण किया गया जिसमें सीएम ने किसानों को कृषि कानून से होने वाले फायदे की जानकारी दी।
मंत्री नरेंद्र सिंह व सिंधिया दोपहर 12 बजे विमान से ग्वालियर पहुंचे
जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोपहर 12 बजे विशेष विमान से ग्वालियर पहुंचे यहां से नरेंद्र सिंह करीब 1 बजे फूलबाग स्थित आयोजन स्थल पर पहुंचे इस दौरान भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए मौजूद थे। कुछ लोगों ने जब केंद्रीय मंत्री की तरफ बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस बल ने उनको गाडि़यों के पास ही रोक दिया।
समझाया कानून
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों को बताया कि यह नए तीन कानून कृषि क्षेत्र में बहुत अहम हो जाएंगे। छोटे-छोटे किसान एकीकृत तरीके से खेती कर अच्छी और ज्यादा फसल पैदा कर सकेंगे। इस फसल को अपनी मर्जी से अपने दाम पर बेच सकेंगे। इससे किसान भाइयों का फायदा होगा और उनका विकास होगा, फिर इसमें विरोध कैसा।
किसानों को पहनाए मास्क
सम्मेलन में आए किसान जो मास्क नहीं पहने थे, उन्हें सम्मेलन से पहले मास्क वितरित किए गए। खुद ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने अपने हाथों से करी