राममंदिर पर विवाह पंचमी के मौके पर अयोध्या शुभ मुहूर्त में होगा ध्वजारोहण
नई दिल्ली. राममंदिर ध्वजारोहण 25 नवम्बर को एक बार फिर अयोध्या इतिहास रचने की तैयारी में है। दरअसल, इस दिन विवाह पंचमी का पर्व मनाया जायेगा। इस दिन राममंदिर के शिखर पर केसरिया रंग का ध्वज फहराया जायेगा। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि त्रेता युग की पुनस्मृति जैसा अद्भुत दृश्य माना जा रहा है। श्री रामचरितमानस के अनुसार ‘‘बंधन व पताका केतु और शिव बनाये मंगल हेतु’’ अर्थात ध्वज स्वयं मंगल का सूचक है।
शासत्रों के अनुसार एक तरह से धर्म ध्व जवह केन्द्र है। जहां समस्त देव उर्जायें प्रवाहित होती है। इसलिये मंदिर के शिखर पर स्थापित ध्वज केवल प्रतीक ही नहीं, अपितु दैवीय शक्ति का संवाहक माना जाता है।
ध्वजारोहण को शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के मुताबिक विवाह पंचमी के दिन राम मंदिर पर ध्वजारोहण अभिजीत मुहूर्त मेंकरना बहुत ही शुभ माना जा रहा है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से लेकर दोपहर 12.30 मिनट तक का समय रहेगा। यह अवधि बहुत ही शुभ मानी जा रही है। ज्योतिषियों के अनुसार 30 मिनट का यह समय विशिष्ट मुहूर्त माना जा रहा है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार अभिजीत मुहूर्त कोई भी कार्य करने के लिये सबसे शुभ समय माना जाता है। इसे दिन का सबसे शक्तिशाली मुहूर्त कहा गया है। क्योंकि यह सीधे सूर्य देव की ऊर्जा से जुड़ा होता है। आपको बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी अभिजीत मुहूर्त में हुई थी। इसी वजह से ध्वजारोहण के लिये भी अभिजीत मुहूर्त ही शुभ माना जा रहा है।

