सही प्रगति वही जो सर्वव्यापी हो – ज्योतिरादित्य सिंधिया
ग्वालियर भगवान विश्वकर्मा जयंती के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की राजधानी नईदिल्ली से “पीएम विश्वकर्मा” का देशव्यापी शुभारंभ किया। यहाँ जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्य आतिथ्य में देश के 70 शहरों के साथ भव्य शुभारंभ समारोह आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री श्री मोदी के उदबोधन का इस समारोह में बड़ी एलईडी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण हुआ। इस अवसर पर श्री सिंधिया ने कहा सही प्रगति वही होती है जो सर्वव्यापी हो और हर व्यक्ति को विकास का अवसर मिले। प्रधानमंत्री श्री मोदी इसी संकल्प के साथ हर वर्ग के कल्याण में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है, जो देश के इतिहास में ही नहीं विश्व के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने पथ प्रदर्शक व मार्गदर्शक की भूमिका निभाकर देश को ऊँचाईयों पर ले जा रहे हैं। साथ ही विश्व पटल पर कठिनाईयों का समाधान करने वाले प्रधानमंत्री के रूप में पहचान स्थापित की है। साथ ही सबका साथ – सबका विकास, सबका विश्वास व सबके प्रयास से देश को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज उस तबके के कल्याण के लिये क्रांतिकारी योजना का आगाज किया है जो सदियों से पारंपरिक रूप से 18 प्रकार के कारीगरी व्यवसाय से जुड़े हैं।
इन शिल्पियों को मिलेगी रोजगार के लिये मदद
पीएम विश्वकर्मा योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। योजना के अंतर्गत अठारह पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया जाएगा। इनमें बढ़ई, नौका निर्माता, शस्त्रसाज, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची (जूता/जूता कारीगर), राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई (केश शिल्पी), माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले शामिल हैं।

