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MP में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षाबल ने शुरू की बड़े ऑपरेशन की तैयारी

बालाघाट. माओवाद को समाप्त करने के लिए जारी मिशन 2026 की डेडलाइन को छह माह शेष हैं। जैसे-जैसे घड़ी करीब आ रही है, वैसे-वैसे माओवादी जान बचाने के नए नए उपाय खोज रहे हैं। इधर सुरक्षा बल भी उनके समूल नाश के लिए प्रतिबद्ध हैं। माओवादी अपना अस्तित्व बचाने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं। 15-20 की संख्या में एक-साथ रहने वाले माओवादी अब छोटे-छोटे समूहों में जंगलों की खाक छान रहे हैं।
वर्दी के बजाय सिविल ड्रेस में घूम रहे
जान बचाने के लिए वे गहरे हरे रंग की वर्दी के बजाय सिविल ड्रेस में घूम रहे हैं। उनका, गांवों तक पहुंचना या बैठक करना पूरी तरह बंद है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने भी माओवादियों की हर चाल को भांपते हुए अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है। वर्तमान में 1200 से अधिक हाकफोर्स जवान और सीआरपीएफ की तीन बटालियन घने जंगलों में माओवादियों को चौतरफा घेरने के लिए तैनात है। सुरक्षा बल अब बड़े आपरेशन की तैयारी में है।
88 दिनों से नहीं हुई है कोई बड़ी कार्रवाई
आखिरी बार सुरक्षा बलों ने 14 जून को बालाघाट के पचामादादर के जंगल में तीन महिला समेत चार हार्डकोर माओवादियों को ढेर किया था। उनसे भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए थे। लगभग 88 दिनों में जिले में माओवादियों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। अब सुरक्षा बल किसी भी पल बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं।

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ग्वालियर में रेलवे के रिटायर्ड अधिकारी से 3.80 लाख ठगे, CBI ऑफिसर बनकर व्हाट्सएप वीडियो कॉल लगाया

ग्वालियर. ग्वालियर में एक बार फिर एक रिटायर्ड रेलवे अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया है। इस बार शातिर ठगों ने ग्वालियर रेलवे विभाग के चीफ टीएनसी के पद से सेवानिवृत सुधाकर यादव को अपना टारगेट बनाया है। शनिवार दोपहर 2 बजे उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया। उनको डराया गया कि उनका मोबाइल नंबर मनी लॉन्ड्रिंग केस में ट्रेस हुआ है। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई ऑफिसर बताया था।
क्या है पूरा मामला
सेवानिवृत 64 वर्षीय सुधाकर यादव पुत्र सूर्यदेव यादव निवासी ईओडब्ल्यू ऑफिस के पास डीबी सिटी ब्लॉक-सी फ्लैट नंबर 6 ने बताया कि रोज की तरह वह सुबह घर पर बैठे हुए थे, तभी उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से वॉट्सऐप पर वीडियो काल आया और कॉल करने वाले ने उनसे बातचीत करते हुए बताया कि वह एक सीबीआई अधिकारी बताया कि उनका फोन 2 घंटे के अंदर बंद कर दिया जाएगा। जब सुधाकर यादव ने उससे पूछा कि उनका फोन क्यों बंद कर दिया जाएगा तो उसने बताया कि उनके ऊपर मनी लाॅन्ड्रिंग का केस है और आपके नाम पर किसी संदीप कुमार नाम के आदमी ने बैंक में खाता खोला है और आपके नाम से फोन उपयोग किया जा रहा है। उसने अपने आपको सीबीआई अधिकारी बताया और वह आईपीएस अधिकारी की यूनिफॉर्म पहने हुए था और बोला में इस केस की जांच कर रहा हूं, आपके नंबर पर बैंक अकाउंट खुला है, जो मनी लाॅन्ड्रिंग में उपलब्ध हुआ है, तुम पर केस लगाया जाएगा।
ग्वालियर में डिजिटल अरेस्ट का यह छठवां मामला
ग्वालियर में पिछले दिनों में डिजिटल अरेस्ट का यह छठवां मामला है। 6 दिसंबर 2024 को जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनोद दोनेरिया को डिजिटल अरेस्ट कर 50 हजार रुपए ठगे थे। इससे पहले चार दिन पहले 2 दिसंबर 2024 को बिल्कुल इसी अंदाज में आयुर्वेदिक डॉक्टर को मनी लॉन्ड्रिंग केस में 29 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने 21 लाख रुपए ठगे थे। अब 10 महीने पहले 22 मार्च 2025 शनिवार को रेलवे विभाग के चीफ टीएनसी के पद से सेवानिवृत सुधाकर यादव को टारगेट किया है।

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48 घंटे बाद मौसम लेगा भयानक करवट, पश्चिमी विक्षोभ बढ़ाएगा ठंडक

ग्वालियर. प्रदेश के कई जिलों में मौसम करवट लेने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू कश्मी में 22 दिन पहले बर्फबाी हो गई। इस बर्फबाी की वजह से ग्वालिय चंबल संभाग का मौसम तेजी से बदल गया। रात के तापमान में आई गिरावट की वजह से गुलाबी ठंड की दस्तक हो गई। रात और सुबह के समय ठंड का अहसास हो हा है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दीपावली के बाद गर्म कपडे निकालने पडेंगे। बीते दिन न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री
ग्वालिय चंबल का मौसम हिमालय पर होने वाली बर्फबाी से प्रभावित होता है। पश्चिमी विक्षोभ के आने पर कश्मीर में बफबाी होती है और उत्तर हवा थम जाती है। इसके गुजर जाने के बाद उत्तरी हवा चलती है जो कश्मीर से ठंडक लेकर आती है। कश्मीर में बर्फबारी नवंबर में शुरू होती है लेकिन इस बार बर्फबारी जल्दी हो गई। जल्दी बर्फबारी होने की वजह से रात मकं ठंडक बढ गई। 15 अक्टूबर तक तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंचने की संभावना है।
48 घंटे में प्रदेश से विदा हो जाएगा मानसून
मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग से मानसून की विदाई औपचारिक घोषणा सितंबर में कर दी थी। उसके बाद भी बारिश का दौर जारी रहा। इस कारण प्रदेश के दूसरे जिलों में विदाई की औपचारिक घोषणा को रोक दिया था, लेकिन अब आसमान साफ हो गया है। अब मानसून विदाई की अनुकूल परिस्थिति बन गई है। अगले 48 घंटे में प्रदेश से मानसून विदा हो जाएगा। सर्दी अपना जोर पकड़ेगी।

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ग्वालियर में गाड़ी टकराने पर फायरिंग करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर. शहर में गाडी टकराने पर दो दिन पहले गुढा बस्ती में रामनिवास गुर्जर के घ पर फायरिंग करने वाले गुंडे सोनू कुशवाह और नंदू रजक को पुलिस ने पकड लिया, जिसके बाद इन आरोपियों को पुलिस ने गलियों में ही पैदल परेड कराई। इन लोगों ने दो दिन पहले तमंचे लहराकर गोलियां चलाईं थी।
क्या है पूरा मामला
माधौगंज थाना प्रभारी दिव्या तिवारी ने बताया कि सोनू और नंदू के माता-पिता मजदूरी कते ळै। इस वारदात से पहले भी दोनों फायरिंग की वारदातें कर चुके है। दो दिन पहले रामनिवास गुर्जर का बेटा मिथुन पढाई के लिए लाइब्रेरी जा रहा था। तभी उसकी गाडी इन गुंडों की गाडी से टकरा गई जिसके बाद इन लोगों ने मिथुन की पिटाई की। मामले की जानकारी लगते ही मिथुन के परिजनों ने इन दोनों को पीट दिया था। उसका बदला लेने दोनों दो घंटे बाद रामनिवास के घर पहुंच गए और गोलियां चलाकर दहशत फैला दी। दे रात दोनों पुलिस के हाथ आ गए। मंगलवार दो दोनों गुंडों को पैदल गुढा बस्ती ले जाकर घटना का रिक्रिएशन कराया।
हथियार बेचने वाला जेल में बंद
पुलिस का कहना है कि बदमाश सोनू कुशवाह और नंदू रजक दोनों ने तमंचा और गोली बेचने वाले का नाम पता भी बताया है। लेकिन हथियार बेचने वाला इस वक्त जेल में है। उससे अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त की चेन पता लगाने के लिए पूछताछ की जाएगी।


 

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ग्वालियर जिले में बगैर अनुमति के रैली, जुलूस, धरना, प्रदर्शन प्रतिबंधित 

भड़काऊ भाषायुक्त कट-आउट, बैनर, पोस्टर, फ्लैक्स, होर्डिंग इत्यादि लगाने पर भी प्रतिबंध 
ग्वालियर – किसी भी सार्वजनिक स्थल पर बगैर अनुमति के प्रदर्शन, धरना, रैली, जुलूस, चल समारोह इत्यादि को प्रतिबंधित कर दिया गया है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा-163 के तहत इस आशय का प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिले में इस प्रकार के आयोजन करने के लिये सक्षम अधिकारी से अनिवार्यत: पूर्व अनुमति लेनी होगी। ऐसे आयोजनों के लिये संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से अनुभाग अंतर्गत तथा एक अनुविभाग से अधिक अनुविभाग में प्रस्तावित कार्यक्रमों की अनुमति अपर जिला दण्डाधिकारी से प्राप्त करना होगी। इसी आदेश के जरिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मसलन फेसबुक, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम व एक्स इत्यादि पर भी भड़काऊ, भ्रामक व सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाली पोस्ट अपलोड करना व फारवर्ड करना भी प्रतिबंधित किया गया है। यह प्रतिबंधात्मक आदेश जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं लोकहित को ध्यान में रखकर जारी किया गया है। उन्होंने अपने आदेश में उल्लेख किया है कि आगामी समय में जिले में विभिन्न त्यौहारों, धार्मिक, सामाजिक आयोजनों के साथ-साथ कई शासकीय एवं राजनैतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस दौरान जिले के बाजारों एवं मार्गों में भी भारी भीड़ एकत्र होगी। इस दौरान बिना पूर्व अनुमति के रैली, जुलूस, धरना, प्रदर्शन आदि के आयोजनों के दौरान कानून व्यवस्था तथा शांति सुरक्षा बनाए रखने के लिये आवश्यक उपाय किए जाना जरूरी है। इसी उद्देश्य से यह आदेश जारी किया गया है।
इसी प्रतिबंधात्मक आदेश के जरिए किसी भी प्रकार के ऐसे कटआउट, बैनर, पोस्टर, फ्लैस, होर्डिंग्स, झंडे व लेखन आदि करने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, जिनमें किसी धर्म, व्यक्ति, संप्रदाय, जाति या समुदाय के खिलाफ नारे अथवा अन्य भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया गया हो। जारी आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा तथा आदेश जारी होने की दिनांक से दो माह की अवधि तक प्रभावशील रहेगा। आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा-223 एवं अन्य दण्डात्मक प्रावधानों के अंतर्गत दण्डनीय होगा।
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गारंटी पीरियड की सड़कों पर गुणवत्तापूर्ण कार्य न करने पर एक ठेकेदार की वीजी जब्त, एक को नोटिस जारी

ग्वालियर नगर निगम आयुक्त द्वारा शहर की सड़कों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों द्वारा बताया गया कि गांरटी पीरियड की 42 सड़कों में से 24 सड़कों का कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष सड़कों पर कार्य तेजी से किया जा रहा है। साथ ही दो सड़कों पर कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं करने पर एक ठेकेदार की वीजी जब्त करने के निर्देश दिए गए एवं एक ठेकेदार को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
सड़कों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा के दौरान सड़कों के कितने वर्क ऑडर जारी हो चुके हैं तथा कितनों में कार्य प्रांरभ हो गया है एवं यह भी निर्देश दिए कि वर्क ऑडर जारी होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करें। इसके साथ ही जिस सड़क का कार्य सीवर लाइन अथवा पानी की लाइन के कारण रूक रहा है। तत्काल संबंधित सहायक यंत्री को नोटिस जारी कर कार्य पूर्ण करायें।
विधानसभा वार गारंटी पीरियड की क्षतिग्रस्त सडकों के निर्माण एवं नवीन स्वीकृत सड़कों के निर्माण कार्य की स्थिति को लेकर सभी अधिकारियेां से चर्चा की तथा अधिकारियों को स्पष्ट निदेश दिए कि तत्काल सड़कों के कार्य प्रारंभ करायें और किसी कारण कोई समस्या आ रही है समस्या का निराकरण करायें। साथ ही सहायक यंत्री यह सुनिश्चित करें कि सड़क निर्माण के दौरान जल भराव की समस्या न हो और सड़क स्वीकृति की फाइल में इसकी स्पष्ट टीप दें। इसके साथ ही सीवर चेम्बर रोड लेवल पर हों एवं सडक निर्माण की गुणवत्ता ठीक हो।
जल भराव के चिन्हित 227 स्थानों को लेकर चर्चा करते हुए अपर आयुक्त को निर्देश दिए कि संबंधित विधानसभा के अपर आयुक्त चिन्हित स्थानों में एक-एक स्थान का रिव्यू स्वयं करें तथा समस्या के स्थाई निदान हेतु जो भी कार्य करना है उसके लिए प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृत करायें। वार्ड 18 एवं 19 के लिए विशेष व्यवस्था करें जिससे यहां जल भराव की समस्या का स्थाई निराकरण हो सके। वहीं जो नाले सीवर में मिल रहे है। ऐसे नालों पर जाली लगाएं एवं सभी जेडओ प्रतिदिन सफाई शुल्क, सीएंडडी वेस्ट, अमानक पॉलीथिन सहित अन्य जुर्माने अवश्य करायें तथा इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट दें।

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MP में दैनिक वेतन भोगियों को झटका, प्रतिबंध के बाद भी रखे गए कर्मचारियों की होगी छंटनी

भोपाल. प्रदेश में वर्ष 2000 में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी रखने पर प्रतिबंध लगाया गया था। यह व्यवस्था सभी विभागों के साथ निगम, मंडल, सार्वजनिक उपक्रम आदि में भी लागू की गई थी लेकिन नगरीय निकायों में नियुक्तियां होती रही। नगीय विकास एवं आवास विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम आयुक्तों और नगर पालिका व पषिद के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से पूछा है कि नियुक्ति किस आधार पर की गई, वेतन कहां से दिया जा रहा है। शासन से अनुमति ली गई या नहीं और तत्समय कौन अधिकारी पदस्थ थे। यह रिपोर्ट 25 अक्टूबर तक मांगी गई है। इसके आधार पर आगामी निर्णय लिया जाएगा।
कैलाश विजयवर्गीय ने की थी समीक्षा
पिछले सप्ताह मंत्रालय में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने विभागीय समीक्षा की थी। इसमें निकायों की आर्थिक स्थिति पर चर्चा में समय पर कई जगहों पर समय पर वेतन नहीं बंटने की बात आई तो बताया गया कि दैनिक वेतनभोगियों का वेतन रूका हुआ है। इस पर पूछा गया कि उन्हें किस नियम से रखा गया। वित विभाग ने 28 मार्च 2000 को दैनिक वेतन पर किसी की भी नियुक्ति नहीं करने के निर्देश दिए थे।
क्या है पूरा मामला
यह प्रविधान निगम, मंडल, नगीय निकायों, विकास प्राधिकरण, सहाकरी संस्थाओं के साथ सार्वजनिक उपक्रमों पर भी लागू किया गया था। इसके बाद भी नगरीय निकायों में दैनिक वेतन पर कर्मचारी रखे गए। इसके लिए किसी से अनुमति भी नहीं ली गई जबकि 2006 में नियमित किया गया। उमा देवी के प्रकरण में 2014 में जहां पद नहीं है लेकिन 10 साल हो गए थे उन्हें वेतनमान देकर विनियमित कर्मवीह बनाया गया। इन्हें स्थायी कर्मी बनाया गया। इसके बाद भी निकायों ने दैनिक वेतन पर कर्मचारी रखे, जो शासन के आदेश का उल्लंघन है। ऐसे सभी कर्मचारियों की जानकारी निकायों से मांगी गई है। उनसे पूछा गया है कि दैनिक वेतनभोगी को पारिश्रमिक कितना और कब से दिया जा रहा है। जब नियुक्ति की गई तब अधिकारी कौन पदस्थ था। रिपोर्ट के आधार पर विभाग निर्णय लेगा कि इनका क्या करना है।

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SDOP पूजा पांडे, TI अर्पित भैरम 9 पुुलिसकर्मी निलंबित, नागपुर के व्यापारी 3 करोड़ मिले जब्ती दिखाई आधी

सिवनी. बडोल एसडीओपी और टीआई पर हवाला के डेढ़ करोड़ रूपये दबाने का आरोप लगा है। यह आरोप है कि अधिकारियों ने नागपुर के शख्स से लगीाग 3 करोड रूपये जब्त किये थे। रिपोर्ट में जब्ती सिर्फ एक करोड़ 45 लाख रूपये दिखाये। यहीं नहीं , आरोपी को भी बिना कार्यवाही के छोड़ दिया। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी नहीं दी। यह मामला सामने आने के बाद गुरूवार की रात आईजी प्रमोद वर्मा ने टीआई अप्रित भैरम सहित 9 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। मामले में शुक्रवार को डीजीपी कैलाश मकवाणा ने एसडीओपी पूजा पांडे को भी निलंबित कर दिया। जबलपुर एएसी आयुष गुप्ता को मामले की जांच सौंपी है।
जब्त रूपयों की जानकारी सीनियर अधिकारियों को भी नहीं बताया
नागपुर के शख्स सोहन परमार ने इस संबंध में शिकायत की है। शिकायत में बताया है कि बुधवार की रात कटनी से एक सर्राफा व्यापारी के 2 करोड़ 96 हजार 500 रूपये लेकर कार से महाराष्ट्र क ेजालना जा रहा था। रात में एसडीओपी पूजा पांडे, बंडोल थाना टीआई अर्पित भैरम ने लखनवाड़ा थाना इलाके के शीलादेवी गांव के पास जांच के नाम पर गाड़ी रोक ली। रूपयों से भरा बैग जब्त कर लिया। थाने पर भी बिठाकर रखा। गुरूवार की सुबह बिना कार्यवाही के छोड़ दियां नागपुर में मालिक को बताया तो वह भी आ गये। इसके बाद एक करोउ़ 48 लाख रूपये की जब्ती दिखाई। आरोप है कि लगभग डेढ़ करोड़ रूपये अधिकारियों ने बंदरबांट कर लिये।
मामला ऐसे सामने आया
इस मामले में सुबह तक पुलिसकर्मियों ने एसपी सहित अन्य सीनियर अधिकारियों को जानकारी नहीं दी गयी। यहीं नहीं, शाम तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। शाम को मीडियो को इस संबंध में पता चला तो पूछने पर एसडीओपी ने पहले तो जानकारी नहीं दी और बाद में जांच चलने की बात कह दी। इसकी जानकारी एएसपी दीपक मिश्रा को लगी। वह शाम को एसडीओपी ऑफिस आये और जांच शुरू की। उन्होंने एसपी सुनील कुमार मेहता और आईजी प्रमोद वर्मा को भी बताया। इसके बाद एसपी ने भी एसडीओपी को कॉल कर जानकारी मांगी, तो उन्हें भी ठीक से जानकारी नहीं दी। इसके बाद आईजी ने 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिये। शुक्रवार का जंगल में जिस जगह गाड़ी पकड़ी थी। वहां भी पुलिस टीम जांच करने गयी है। आशंका है कि कुछ पैसा वहां छूंट गया गया है।
भी पुलिस टीम जांच करने गयी है। आशंका है कि कुछ पैसा वहां छूंट गया गया है।
निलंबित किया पुलिसकर्मियों
अर्पित भैरम, उप निरीक्षक और थाना प्रभारी बंडोल, सिवनी
माखन, प्रधान आरक्षक 203, एसडीओपी कार्यालय, सिवनी
रविन्द्र उईके, प्रधान आरक्षक 447, रीडर-एसडीओपी कार्यालय, सिवनी
जगदीश यादव, आरक्षक 803, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
योगेन्द्र चौरसिया, आरक्षक 306, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
रितेश, आरक्षक 582 ड्राइवर, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
नीरज राजपूत, आरक्षक 750 थाना बण्डोल, सिवनी
केदार, आरक्षक 610 गनमैन-एसडीओपी सिवनी
सदाफल, आरक्षक 85, गनमैन-एसडीओपी सिवनी

 

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जीवाजी विवि की जमीन बनी झुग्गी झोपड़ियों को हटाया गया,जल्द होगा निर्माण कार्य शुरू

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। भारत सरकार की परियोजना पीएम ऊषा के अंतर्गत जीवाजी विश्वविद्यालय में आभियांत्रिकी संस्थान के विस्तार का कार्य किया जाना है। निर्माण स्थल पर अतिक्रमणकारीयों द्वारा झुग्गी झोपडी बनाकर अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया गया था। निर्माण कार्य को लेकर इंजीनियरिंग संस्थान के पास से झुग्गी झोपड़ियों और अन्य अस्थायी कब्जों को हटाया गया। कैलाश नगर जमीन पर बने 65 से अधिक अवैध मकानों को हटाया जाना है यह कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देश पर की गई। विश्वविद्यालय प्रशासन को जल्दी-जल्दी भवन निर्माण करना है ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री के हैं। आज की इस कार्रवाई में कुलगुरु एवं कुल सचिव सहित यंत्री विभाग लगभग 6 घंटे तक मौके पर खड़ा रहा। 2016 के सीमांकन में ही स्पष्ट हो चुका है कि कैलाश नगर में बने मकान जीवाजी विश्वविद्यालय की जमीन पर हैं।
जीवाजी विश्वविद्यालय को 100 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है जिसमें नवीन निर्माण हेतु रू. 38.09 करोड़, रिनोवेश हेतु 5.45 करोड़ ,इस्ट्रूमेंन्ट क्रय हेतु रू 40.23 करोड़ एवं सोफ्ट कम्पोनेंट के लिए रू16.14 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। डॉ.मोहन यादव द्वारा जीवाजी विश्वविद्यालय में रू. 43.54 करोड़ के निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमि पूजन किया गया है।प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंर्तगत जीवाजी विश्वविद्यालय में 500 किलो लीटर 20 मीटर स्टेजिंग पानी की टंकी का निर्माण कार्य, विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों पर रूफटॉफ रेनवाटर प्यूरीफिकेशन एवं रीचार्जिग सिस्टम का निर्माण, विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकीय संस्थान के विस्तार कार्य, प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व अध्ययनशाला का विस्तार कार्य, 100 छात्राओं के लिए छात्रावास का निर्माण कार्य, विश्वविद्यालय के प्रबंध संस्थान का विस्तार कार्य, भौतिकी अध्ययनशाला का विस्तार कार्य एवं विश्वविद्यालय विभिन्न भवनों का रिनोवेशन कार्य किया जाएगा।जिससे छात्रों को रिसर्च कार्यों में सहयोग प्राप्त होगा। इस कार्रवाई में कुलगुरु प्रोफेसर राजकुमार आचार्य, कुलसचिव प्रोफेसर राकेश कुशवाहा, विश्वविद्यालय यंत्री विश्व रंजन गुप्ता, डेप्युटी रजिस्टार राजीव मिश्रा अरविंद भदौरिया,राजेश नायक, डॉ विमलेन्द्र सिंह राठौर,सहायक कुल सचिव अमित सिसोदिया, शाहिद विश्वविद्यालय का यंत्री विभाग का अमला, पुलिस प्रशासन के अधिकारी व पुलिसकर्मी सहित कई तमाशाबीन भी उपस्थित थे

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दिखाई दी विशालकाय छिपकली, कोमोडो ड्रैगन हो सकती यह

उज्जैन. नागझिरी इलाके में शुक्रवार को विशालकाय छिपकली (संभावित कोमोडो ड्रैगन) दिखने से रहवासी घबरा गये। खबर मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लगभग 1 घंटे तक सर्चिंग की। लेकिन छिपकली नहीं मिली। हालांकि जिसे देखा गया वह कोमोडो ड्रैगन जैसा जीव था। स्थानीय लोगों ने उसका फोटो भी वन विभाग को सौंपा है।
घटना शिप्रा बिहार के पास स्थित एकात्म परिसर की है। यहां रहने वाले चेतन कुमाऊ जब घर लौट रहे थे। तभी उन्हें लगभग 3 फीट लम्बी बड़ी छिपकली दिखाई दी। उन्होंने तत्काल उसका मोबाइल से फोटो खींचा। लेकिन तब त कवह छिपकली नाले में चली गयी और इसके बाद चेतन ने इसकी जानकारी पुलिस और वन विभाग को दी।
नहीं मिला कोमोडो ड्रेगन वन विभाग को
वन विभाग की टीम में रेंजर मदनसिंह मोहरे, उमेश वर्मा, सोनू चौहान और राजेन्द्र चौहान शामिल थे। वह मौके पर पहुंचे और एक घंटे तक इलाके में तलाशी ली। लेकिन छिपकली का कोई सुराग नहीं मिला। रेंजन ने बताया कि छिपकली इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचाती है। इसलिये डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्रों में इस प्रकार की प्रजातियां देखी गयी है। संभवतः यह वही हो सकती है। फिलहाल, ऐसा माना जा रहा है कि छिपकली नाले या चेम्बर में छिपी हुई है। बाहर आने पर ही उसे सुरक्षित पकड़ा जा सकेगा। उन्होंने रहवासियों से अपील की है कि अगर यह जीव फिर से दिखाई दे तो तत्काल वन विभाग को सूचित करें।