फॉरेस्ट कर्मियों के घरों पर एसीबी-ईओब्ल्यू का छापा, 8 ठिकानों पर चल रही छापे की कार्यवाही
सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने फॉरेस्ट कर्मियों और तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घर छापा मारा है। सुकमा, दोरनपाल, कोंटा सहित कुल 4 जगहों के 8 ठिकानों पर छापेमार कार्यवाही जारी है। एक दिन पहले पूर्व एमएलए मनीष कुंजाम सहित अन्य तेंदू पत्ता प्रबंधकों के कुल 12 ठिकानों पर कार्यवाही की गयी थी। ऐसा बताया जा रहा है कि तेंदूपत्ता बोनस राशि में हुए भ्रष्टाचार मामले में एसीबी और ईओडब्ल्ष्यू की टीम लगातार दूसरे दिन भी कार्यवाही जारी रखी है। वहीं इसी मामले में डीएफओ अशोक पटेल निलंबित हुए है।
क्या है पूरा मामला?
सुकमा के वन विभाग अधिकारी अशोक कुमार पटेल और उनके साथियों पर तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूरों के बोनस में बड़ा घोटाला करने का आरोप है। यह घोटाला वर्ष 2021 और 2022 के तेंदूपत्ता सीजन से जुड़ा है, जिसमें करीब 7 करोड़ रुपये की राशि संग्राहकों को दी जानी थी। अधिकारियों ने आपसी साठगांठ कर बड़ी रकम खुद रख ली और संग्राहकों तक पैसा नहीं पहुंचा। इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (EOW/ACB) ने अशोक कुमार पटेल और अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया। 8 अप्रैल 2025 को एफआईआर दर्ज होने के बाद 10 अप्रैल को छापेमार कार्रवाई की गई है।
कल टीम ने सुकमा में 12 जगह छापा मारा था
एक दिन पहले ही सुकमा जिले में ACB और EOW की टीम ने 12 जगह छापा मारा था। ये कार्रवाई तेंदूपत्ता बोनस फर्जीवाड़े से जुड़ी है। छापेमारी में पूर्व विधायक मनीष कुंजाम, डीएफओ ऑफिस के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक, और लघुवनोपज समिति के कुछ प्रबंधकों के ठिकाने शामिल हैं। इस कार्रवाई में डीएफओ कार्यालय के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के घर से 26 लाख 63 हजार 700 रुपये नकद जब्त किए गए। जानकारी के मुताबिक, इसी मामले में डीएफओ अशोक पटेल निलंबित किए गए थे।