MP का ऐतिहासिक शहर हैं चन्देरी का किला, कॉमनवेल्थ खेलों में चमका था चंदेरी का दुपट्टा

चंदेरी. मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले स्थित एक ऐतिहासिक नगर है। बुन्देलों और मालवा के सुल्तानों की बनवाई कई स्मारक इमारतें यहां देखी जा सकती है। इसका उल्लेख महाभारत में भी देखने को मिलता है। चंदेरी बुन्देलखंडी शैली की सांडि़यों के लिये काफी प्रसिद्ध है। पारंपरिक हस्तनिर्मित साडि़यों का यह एक प्रसिद्ध केन्द्र है। चन्देरी पर गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया वंश ने शासन किया है।
राणा सांगा ने चन्देरी को महमूद खिलजी से जीता था। जब सभी प्रदेशों पर मुगल शासक बाबर का आधिपत्य था तो 1527 में एक राजपूत सरदार ने चंदेरी पर अपनी पताका लहराई। इसके बाद इसके शासन की बागडोर जाट पूरनमल के हाथों में गयी। अंत में शेरशाह ने छल से पूरनमल को हराकर इस किले पर कब्जा किया। यहां पर 9वीं और 10वीं सदी के कई जैन मंदिर स्थित है। इस कारण से यहां जैन तीर्थयात्री बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
कॉमनवेल्थ खेलों में एमपी के चंदेरी के दुपट्टा चमका
कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान हर जीतने वाले खिलाड़ी को मेडल के साथ.साथ पारंपरिक रूप से दिया जाने वाला फूलों का बुके न देकर श्अंगवस्त्रमश् दिया जा रहा है। इसे स्टोल भी कह सकते हैं। चंदेरी फेब्रिक से बना दुपट्टे के आकार का यह अंगवस्त्रम पूरी तरह से भारतीय टच लिए हुए है और खिलाड़ियों को पसंद आ रहा है। इसमें कॉमनवेल्थ गेम्स के रंग हैं। बुनाई में ही लोगो बनाया गया है और छोटा सा शेरा भी बना है।
चंदेरी फैब्रिक महिलाओं को खासतौर पर आकर्षित करता है। यह ट्रडीशनल फैब्रिक लाइट वेटए शियर टेक्शचर और लग्जरी वाला फील देने की वजह से काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। सिल्क और गोल्डन जरी में इसकी बुनाई होती हैए इसीलिए यह ग्लो करता हुआ नजर आता है। इस फैब्रिक को नाम मध्य प्रदेश के एक कस्बे चंदेरी से मिलाए जहां कॉटन और सिल्क की साड़ियों पर उम्दा जरी का काम किया जाता है। चंदेरी फैब्रिक में तीन तरह के ऑप्शन मिलते हैं। एक चंदेरी सिल्क कॉटन दूसरा प्योर सिल्क और तीसरा चंदेरी कॉटन। हालांकि तीज.त्योहार और विशेष उत्सवों पर महिलाएं चंदेरी साड़ियां पहनना पसंद करती हैंए लेकिन सलवार सूट में भी इसे नए अंदाज में एक्सपेरिमेंट किया जा रहा हैए जिसकी खूबसूरती देखती ही बनती है।
चंदेरी ड्रेसेस को पहनने के 5 खूबसूरत स्टाइल
अगर आपको यह फैब्रिक बहुत अपीलिंग लगता है तो आज हम आपको इसे 5 तरह से स्टाइल करने के तरीके बता रहे हैं। चंदेरी फैब्रिक के सूट से आप अलग.अलग तरह के लुक क्रिएट कर सकते हैंए जो आपको ऑफिस और विशेष मौकों पर अट्रैक्टिव और पूरी तरह से यूनीक लुक देते हैं। इस वीडियो से आप चंदेरी ड्रेसेस की स्टाइलिंग के 5 दिलचस्प तरीकों की इंस्पिरेशन ले सकते हैं। इस लुक्स के जरिए आप अपने वार्ड्रोब को बदलने के साथ खुद को नए अवतार में पेश कर सकती हैं।
चन्देरी किला
बुंदेला राजपूतों द्वारा बनावाया गया यह किला चंदेरी का प्रमुख आकर्षण हैण् किले के मुख्य द्वार को खूनी दरवाजे के नाम से जाना जाता है
कोशक महल
इस महल को महमूद खिलजी ने बनवाया थाण् चार हिस्सों में बंटे इस महल का निर्माण 1445 ईस्वी में किया गया था
परमेश्वर ताल
बुंदेला राजपूत राजाओं द्वारा बनवाये गए इस ताल के समीप एक मंदिर है
ईसागढ़
यह चंदेरी से लगभग 45 किलोमीटर दूर है जहां कई खूससूरत मंदिर हैं जो दसवीं शताब्दी की शैली में बनाए गए हैंण् यहां एक क्षतिग्रस्त बौद्ध मठ भी देखा जा सकता है
जामा मस्जिद
यह मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी मस्जिदों में शुमार है
देवगढ़ किला
देवगढ़ किला चंदेरी से 25 किलोमीटर दूर स्थित हैण् इस किले में कई जैन मंदिर हैंण् जहां कुछ अतिप्राचीम मूर्तियां देखी जा सकती हैंण् किले के समीप ही 5वीं शताब्दी का विष्णु दशावतार मंदिर है जो अपनी नक्काशीदार स्तंभों के लिए प्रसिद्ध है
कैसे पहुंचें
ग्वालियर यहां से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है जो करीब 227 किलोमीटर दूर स्थित हैण् निकटतम रेलवे स्टेशन अशोक नगरए ललितपुर हैंण् यहां से नियमित अंतराल पर चंदेरी के लिए बसें चलती हैंण् इसके अलावा झांसीए ग्वालियरए टीकमगढ़ से भी सड़क मार्ग के जरिए यहां पहुंचा जा सकता है
प्रमुख शहरों से दूरी
शिवपुरीः 127 किलोमीटर
ललितपुरः 37 किलोमीटर
ईसागढ़ः 45 किलोमीटर

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