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कैबिनेट के फैसले में पीएम धन-धान्य कृषि योजना के लिये मिले 24 हजार करोड़ और ग्रीन एनर्जी के लिये 27 हजार करोड़ रूपये खर्च करेगी मोदी सरकार

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार का हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में देश की कृषि और ऊर्जा क्षेत्र को नयी दिशा देने वाले 3 बड़े फैसलों को मंजूरी दे दी गयी है। इनमें एक ओर जहां कृषि जिलों के समग्र्र विकास की योजना को स्वीकृति दी गयी। वहीं, दूसरी ओर रेन्वेबल एनर्जी में बड़े पैमान पर निवेश का रास्ता साफ किया गया है। कैबिनेट ने प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को 2025-26 से शुरू कर 6 वर्षो के लिये मंजूरी दी है। इसका टारगेट 100 कृषि जिलों का विकास करना है। यह योजना नीति आयोग के आकांक्षी जिलों के कार्यक्रम से प्रेरित है। लेकिन यह खासतौर से कृषि और उससे जुड़े इलाकों पर केन्द्रित है।
एनटीपीसी को नवीकरणीय ऊर्जा निवेश के लिये 20 हजार करोड़ रूपये
कैबिनेट ने एनटीपीसी लिमिटेड रेन्वेबल एनर्जी इलाके में निवेश के लिये मौजूदा सीमा से ऊपर जाकर 20 हजार करोड़ रूप्ज्ञये तक निवेश की अनुमति दी है। यह निवेश एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) और इसकी सहायक कंपनियों और संयुक्त उपक्रमों के जरिये किया जायेगा। 2032 तक 60 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल की जा सके।
100 जिलों के लिए कृषि योजना को मंजूरी
कैबिनेट ने 24 हजार करोड़ रुपये के वार्षिक खर्च वाली प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को मंज़ूरी दी है. कैबिनेट ने बुधवार को 6 साल के लिए प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को मंज़ूरी दे दी, जिसमें 24,000 करोड़ रुपये के वार्षिक परिव्यय के साथ 100 ज़िले शामिल होंगे. केंद्रीय बजट में घोषित यह कार्यक्रम 36 मौजूदा योजनाओं को एकीकृत करेगा। वहीं, फसल विविधीकरण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने को बढ़ावा देगा।
एनएलसी इंडिया लिमिटेड को 7,000 करोड़ रुपये की मंजूरी
एनएलसीआईएल को भी 7,000 करोड़ रुपये के निवेश की विशेष छूट दी गई है, जो वह अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी NLC इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड (NIRL) के जरिए रेन्वेबल एनर्जी प्रोजेक्ट में लगाएगी. इससे कंपनी को संचालन और वित्तीय लचीलापन मिलेगा।

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प्लास्टिक की पॉलीथिन में चाय पैक कराना बेहद खतरनाक, इससे हो सकती हैं गभीर बीमारियों का जोखिम

नई दिल्ली. क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो ऑफिस की सीट पर बैठे-बैठे बाहर टपरी से चाय मंगवाते है। गर्म-गर्मा चाय की सुड़की मारते हैं। यह देखने मे ंतो काफी अच्छी महसूस होती है। क्योंकि ऑफिस में आराम से सीट पर बैठकर एसी की ठंडी हवा में बाहर की अदरक वाली गर्म-गर्म चाय पीना किसे पसंद नहीं होगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे आपकी सेहत पर काफी नुकसान पड़ सकता है। लेकिन बाहर की चाय पीने से कैसे आपकी सेहत बिगड़ सकती है। क्या आप भी यहीं सोच रहे हैं।
बाहर से जब आप चाय लेकर ऑफिस में आते हैं तो चाय वाले भैय्या आपको प्लास्टिक की पन्नी में चाय पैक करके देते हैं। खौलती हुई गर्म चाय को जब आप प्लास्टिक में रखते हैं तो इसमें माइक्रो प्लास्टिक के कण चाय के साथ आपके शरीर में चले जाते हैं। जिससे आपको हार्मोनल समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पॉलीथिन और प्लास्टिक के कप में खतरनाक केमीकल्स जैसे थैलेट्स, बिस्फेनॉल ए (बीपीए) और स्टाइरीन मोनामर्स चाय में घुल सकते है। यह सभी केमीकल्स हाई टेम्परेचर को नहीं झेल सकती हैं। अगर आपकी चाय या खाने की कोई भी चीज 60 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म है तो इससे आपका खाना या चाय खराब हो सकती है।

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सिंगर राहुल फााजिलपुरिया पर प्राणघातक हमला, गुरूग्राम में की गयी राउंड फायरिंग

नई दिल्ली. हरियाणवी और बॉलीवुड सिंगर राहुल फाजिलपुरिया पर फायरिंग की जानकारी सामने आ रही है। गुरूग्राम के एसपीआर रोड पर अज्ञात बदमाशों ने इस बारदात को अंजाम दियाहै। इस हमले में राहत की बात यह है कि राहुल को गोली नहीं लगी है। पुलिस जांच में जुटी है।
बिजनेस घराने से संबंध रखने वाले फाजिलपुरिया सिंगर के साथ-रैंपर भी है। उन्हें हरियाणवी गानों को गाने के लिय जाना जात है। इसके अलावा उन्होंने हिन्दी फिलमों में भी गाने गाये है। उन्हें बॉलीबुड में फिल्म कपूर एंड संस के लड़की व्यूटीफुल गाने से खासी पहचान मिली है। इसके अलावा लाला लोरीख्, बिल्ली बिल्ली, 32 बोर, जिम्मी चू, मिलियन डॉलर, टू मैनी गर्ल, और हरियाणा रोडवेज समेत कई फेमस गाने गाये हैं। 32 बोर गाने में उन्हें एल्विश यादव के संग देखा गया था।

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छांगुर बाबा की कोठी गिराने का खर्च भी वसूलेगा प्रशासन, बुलडोजर से गिराई आलीशान को ध्वस्त किया था

बलरामपुर. उत्तरप्रदेश के बलरामपुर में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की जिस आलीशान कोठी को प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त किया था। अब उस ध्वस्तीकरण का खर्चा भी छांगुर बाबा से वसूला जायेगा। बाबा की कोठी पर हुई ध्वस्तीकरण की इस कार्यवाही के बाद उस पर वसूली का नोटिस चस्पा किया गया जायेगा। सरकारी जमीन पर बनाये गये हिस्से के ध्वस्तीकरण में आये खर्च की वसूली उसी से की जायेगी।


आपको बता दें कि बलरामपुर जिला प्रशासन आज कोठी पर चस्पा वसूली का नोटिस करन जा रहा है। ध्वस्तीकरण में जेसीबी का खर्च, सुरक्षा में लगी पुलिसकर्मियों के 3 दिन का वेतन सहित अन्य खर्च शामिल है। जिसे छांगुर बाबा से वसूल किया जायेगा। यह रकम 8 लाख 55 हजार रूपये से अधिक है। गौरतलब है कि छांगुर बाबा की जिस कोठी एक -एक बड़े हिस्से को जमींदोज किया गया। वह किसी महल से कम नहीं थी। पूरी कोठी सीसीटीवी से लैस थी। इसमें प्रायवेट पावर प्लांट लगाया था। दर्जनों सोलर पैनज भी लगे थे और इतना ही नहीं बांउड्री पर कटीले तार बिछे थे।
कथित तौर पर इनमें करंट दौड़ता था। ताकि कोई कोठी के आसपास फटक न पाये। कोठी के अंदर ही एक सीक्रेट कंट्रोल रूम भी था। जिससे पूरे घर के सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की जाती थी। यह कंट्रोल रूम बाबा के बेडरूम में था। अन्दर-बाहर आने-जाने वाले हर व्यक्ति की इसमें रिकॉर्डिंग होती थी।
उल्लेखनीय है कि यूपी पुलिस छांगुर बाबा, उसकी नजदीकी नीतू रोहिरा, नीतू के पति जलालुद्दीन और बाब के बेटे को पहले ही गिरफ्तार कर चकी है। शेष आरोपियों की तलाश जारी है। मामले में एटीएम और ईडी जांच में जुटी है। करोड़ों रूपयों की फंडिंग कीबात भी सामने आयी है। बाबा के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में होने के इनपुट मिले हैं।

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टेकऑफ के तत्काल बाद दोनों इंजन हो गये बंद, प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नई दिल्ली. अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे को लेकर भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। इसमें पता चला है कि टेकऑफ के कुछ सेकंड ही बाद विमान के दोनों इंजन अचानक अपने-आप बंद हो गये थे। जिससे विमान गिरने की नौबत आ गयी।
AAIB  की 16 पन्नों की रिपोर्ट के अनुसार विमान ने सुबह लगभग 8.08 बजे 180 नॉट्स की अधिकतम इंडिकेटेड एयरस्पीड हासिल की। इसके तत्काल बाद इंजन-1 और इंजन-2 के फ्यूल कट ऑफ स्विच (जो इंजन को ईधन भेजते हैं) रन से कटऑफ पोजिशन में चले गये और वह भी सिर्फ 1 सेकेंड के अंतराल पर जिससे इंजनों में ईधन आना बंद हो गया और दोनों इजन के एन1 और एन2 रोटेशन स्पीड तेजी से गिरने लगी।

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बिहार वोटर वेरीफिकेशन पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, जारी रहेगा SIR

नई दिल्ली. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वोटरलिस्ट के विशेषगहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस बीच याचिकाकर्त्ताओं और चुनाव आयोग का पक्ष सुनने के बाद न्यायालय ने एसआईआर पर रोक लगाने से मना कर दिया। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आयोग से कहा है कि दस्तावेजों की सूची अंतिम नहीं है। न्यायालय ने आयोग से प्रूफ के तौर पर आधार, वोटरकार्ड और राशन कार्ड को शामिल करने को कहा है जिसका आयोग ने विरोध किया तो सुप्रीमकोर्ट ने कहा है कि हम आपको रोक नहीं रहे हैं। हम आपसे कानून क तहत एक्ट करने के लिये कह रहे हैं। कोर्ट अब इस मामले पर 28 जुलाई को सुनवाई करेगां।
चुनाव आयोग पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में मान्यता न देने को लेकर चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाया है।  आयोग के वकील ने जवाब देते हुए कहा कि सिर्फ आधार कार्ड से नागरिकता साबित नहीं होता. इस पर कोर्ट ने कहा कि अगर आप वोटर लिस्ट में किसी शख्स का नाम सिर्फ देश की नागरिकता साबित होने के आधार पर शामिल करेंगे तो फिर ये बड़ी कसौटी होगी। यह गृह मंत्रालय का काम है. आप उसमे मत जाइए. उसकी अपनी एक न्यायिक प्रक्रिया है. फिर आपकी इस कवायद का कोई औचित्य नहीं रहेगा. चुनाव आयोग के वकील ने कहा कि आरपी एक्ट में भी नागरिकता का प्रावधान है। कोर्ट ने कहा कि आपको अगर यह करना है तो फिर इतनी देरी क्यों की।  यह चुनाव से ठीक पहले नहीं होना चाहिए।  सिंघवी ने दलील दी कि किसी को भी मतदाता सूची से बाहर करने की प्रक्रिया यह है कि मैं आऊंगा और किसी के खिलाफ अपनी आपत्ति का सबूत दूंगा. फिर चुनाव आयोग सुनवाई के लिए नोटिस जारी करेगा. लेकिन यहां सामूहिक रूप से चार से सात करोड़ लोगों को निलंबित कर दिया गया है कि यदि आप फॉर्म नहीं भरते हैं तो आप बाहर हो जाएंगे।  जब तक कि हम यह सत्यापित न कर लें कि आप उस मतदाता सूची से बाहर हो गए हैं, जिसमें आप पहले से ही शामिल हैं।

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राजस्थान के चुरू में जगुआर फायटर जेट क्रैश, 2 लोगों की मौत, गांव में बिखरा मलबा और मिले शव के टुकडे

जगुआर प्लेन क्रैश में दोनों पायलटों की मौत हो गईचुरू. राजस्थान के चूरू में भारतीय वायुसेना का फायटर जेट क्रैश हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार यह जगुआर फायटर जेट हे। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गयी है। घटनास्थल पर फायटर जेट जैसा मलबा बिखरा पड़ा हे।
चूरू एसपी जय यादव ने बताया कि राजलदेसर थाना क्षेत्र के गांव भाणूदा में प्लेन क्रैश हुआ है। इसमें 2 लोगो की मौत हुई है। मौके पर राजदेसर पुलिस को भेजा गया है। मलबे के पास से बुरी तरह क्षत-विक्षत शव के टुकड़े मिले है।

चूरू के राजलदेसर गांव के पास जगह-जगह ऐसे मलबे बिखरे पड़े हैं।
चूरू के राजलदेसर गांव के पास जगह-जगह ऐसे मलबे बिखरे पड़े हैं।
घटनास्थल पर शव के अलग-अलग टुकड़े मिले हैं।
घटनास्थल पर शव के अलग-अलग टुकड़े मिले हैं।
फाइटर जेट जगुआर के टुकड़े पूरे इलाके में बिखरे पड़े हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्हें तेज धमाके की आवाज सुनाई दी थी।
फाइटर जेट जगुआर के टुकड़े पूरे इलाके में बिखरे पड़े हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्हें तेज धमाके की आवाज सुनाई दी थी।
घटना के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
घटना के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
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ट्रेड यूनियनों का ’’भारत बन्द’’ आज, क्या खुला रहेगा और क्या होगा बंद

बिहार बंद को लेकर जहानाबाद में कोर्ट स्टेशन पर पटना गया रेल को रोकते बंद समर्थक

नई दिल्ली. कई संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आव्हान किया है। ऐसे में आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल होने जा रही है। जिसमें 25 करोड़ से अधिक श्रमिकों के भाग लेने का दावा किया जा रहा है। यह कर्मचारी केन्द्र सरकार मजदूर विरोधी, किसान विरोधी और कॉर्पोरेट समर्थक नीतियो का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे है। इस हड़ताल का आव्हान 10 केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के साझा मंच ने किया है। इसमें किसान संगठनों और ग्रामीण मजदूर यूनियनों ने भी समर्थन किया है।
हड़ताल की वजह बैंकिंग, डाक सेवायें, परिवहन, औद्योगिक उत्पादन और बिजली आपूर्ति जैसी आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं में भारी व्यवधान की संभावना है। हालाकि कई व्यापारी संगठनों का कहना है कि लोगों के रोजमर्रा के कामकाज पर इस ’’भारत बंद’’ का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।
क्या खुला रहेगा?
-स्कूल और कॉलेज
-निजी दफ्तर
-ट्रेन सेवाएं (हालांकि देरी हो सकती है)
क्या-क्या प्रभावित हो सकता है?
-बैंकिंग और बीमा सेवाएं
-डाक विभाग
-कोयला खनन और औद्योगिक उत्पादन
-राज्य परिवहन सेवाएं
-सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां
-ग्रामीण इलाकों में किसान रैलियां
AITUC की अमरजीत कौर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “किसान और ग्रामीण श्रमिक भी इस देशव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे. सरकार ने हमारी 17-सूत्रीय मांगों को नजरअंदाज किया है और पिछले 10 वर्षों में श्रम सम्मेलन भी नहीं बुलाया गया है।.”
-बैंकिंग और बीमा सेवाएं
-डाक विभाग
-कोयला खनन और औद्योगिक उत्पादन
-राज्य परिवहन सेवाएं
-सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां
-ग्रामीण इलाकों में किसान रैलियां
क्या खुला रहेगा?
-स्कूल और कॉलेज
-निजी दफ्तर
-ट्रेन सेवाएं (हालांकि देरी हो सकती है)
AITUC की अमरजीत कौर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “किसान और ग्रामीण श्रमिक भी इस देशव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे. सरकार ने हमारी 17-सूत्रीय मांगों को नजरअंदाज किया है और पिछले 10 वर्षों में श्रम सम्मेलन भी नहीं बुलाया गया है।”
बिजली और बैंक सेवाओं पर असर
हिंद मजदूर सभा के हरभजन सिंह सिद्धू ने कहा, “बैंकिंग, डाक, कोयला खनन, फैक्ट्रियां और राज्य परिवहन सेवाएं हड़ताल से प्रभावित होंगी.”ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयीज एसोसिएशन (AIBEA) से जुड़ी बंगाल प्रांतीय बैंक कर्मचारी संघ ने पुष्टि की है कि बैंकिंग और बीमा दोनों क्षेत्र हड़ताल में भाग ले रहे है। हालांकि आज औपचारिक बैंक अवकाश नहीं है, लेकिन शाखाओं और एटीएम में सेवाएं प्रभावित हो सकती है।  बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि 27 लाख से अधिक बिजली क्षेत्र के कर्मचारी हड़ताल में शामिल होने की संभावना है।  रेलवे की ओर से हड़ताल का कोई आधिकारिक नोटिस नहीं है, लेकिन विलंब या व्यवधान की आशंका है।
व्यापक विरोध आंदोलन
यह विरोध सिर्फ औपचारिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है. अनौपचारिक क्षेत्र, स्वरोजगार समूह जैसे सेल्फ-एम्प्लॉइड वूमेन्स एसोसिएशन (SEWA) और ग्रामीण समुदायों ने भी इसमें भाग लेने का निर्णय लिया है. आंदोलन को संयुक्त किसान मोर्चा जैसे किसान संगठनों का भी समर्थन मिला है, जो पहले कृषि कानूनों के विरोध में अग्रणी भूमिका में था. रेलवे, NMDC लिमिटेड, स्टील प्लांट्स जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारी भी हड़ताल के समर्थन में है।
हड़ताल में शामिल प्रमुख संगठन
-ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)
-इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC)
-सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (CITU)
-हिंद मजदूर सभा (HMS)
-सेल्फ-एम्प्लॉयड वूमेन्स एसोसिएशन (SEWA)
-लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF)
-यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC)
समर्थक संगठन
-संयुक्त किसान मोर्चा
-ग्रामीण मजदूर यूनियनें
-रेलवे, एनएमडीसी और स्टील उद्योग के कर्मचारी
आंदोलन का कारण क्या है?
हड़ताल का मुख्य कारण है सरकार द्वारा चार नए श्रम संहिताओं (Labour Codes) को लागू करना. ट्रेड यूनियनों का आरोप है कि ये कोड हड़ताल करना कठिन बनाते हैं, काम के घंटे बढ़ाते हैं, कंपनी मालिकों को सजा से बचाते हैं, नौकरी की सुरक्षा और उचित वेतन को खतरे में डालते है।  निजीकरण और ठेका श्रमिकों की बढ़ती भूमिका के खिलाफ भी विरोध है। इससे पहले 2020, 2022 और 2024 में भी इसी तरह के देशव्यापी हड़ताल हुए थे, जिनमें लाखों मजदूरों ने प्रो-लेबर नीतियों की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया था.

 

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ब्रिटैन का एफ-35बी फायटर जेट को तिरूअनंतपुरम एयरपोर्ट से हैंगर में 22 दिनों के बाद किया शिफ्ट

तिरूअनंतपुरम. केरल के त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर 22 दिनों से खड़ा ब्रिटिश एफ-35बी स्टील्थ फायटर जेट आखिरकार रविवार की हटा दिया गया है। यह विमान 14 जून को आपातकालीन लैडिंग के बाद वहां फंसा हुआ था। विमान को ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स के एयरबस ए400एम एटलस से आई विशेषज्ञों की टीम ने तकनीकी जांच के बाद हैंगर में शिफ्ट कर दिया गया है।
ब्रिटिश एफ-35बी जेट एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर ग्रुप का हिस्सा है । केरल के तट से लगभग 100 नॉटिकल मील दूर समुद्री अभ्यास कर रहा था। खराब मौसम और ईधन की वजह से इसे त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। भारतीय वायुसेना ने इस लैंडिंग में सहयोग करते हुए ईधन और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की है। लेकिन जब विमान को वापिस ले जाने की तैयारी हो रही थी। तब उसमें हाइड्रोलिक फेल्योर का पता चला, जो टेक-ऑफ और लैंडिंग के लिये खतरनाक हो सकता था।
हैंगर में शिफ्ट करने को क्यों राजी हुई ब्रिटिश टीम?
ब्रिटिश नेवी की एक छोटी टीम ने विमान की मरम्मत की कोशिश की, लेकिन तकनीकी जटिलताओं के कारण वे असफल रहे।  इसके बाद ब्रिटिश टीम ने एअर इंडिया द्वारा विमान को हैंगर में रखने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, लेकिन बाद में मानसून की बारिश को देखते हुए वे मान गए।

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केरल में फंसे F-35 फायटर जेट की खराबी नहीं हुई ठीक, टुकडों में वापिस ब्रिटेन की ले जाने की हैं तैयारी

नई दिल्ली. केरल के तिरूवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ब्रिटिश रॉयल नेवी के एफ-35बी फायटरे जेट ने 14 जून का इमरजेंसी लैंडिंग की थी। 19 दिन के बाद भी इस विमान में आयी खराबी को दूर नहीं किया जा सका है। अब सूत्रों से जानकारी सामने आयी है। फायटर जेट को टुकड़े-टुकड़े करके सैन्य कार्गो विमान के जरिये वापिस ब्रिटेन ले जाया जायेगा।
फायटर जेट खराबी नहीं हुई दूर
विमान को केरल में ठीक करने की कई कोशिशों के बावजूद, फिफ्थ जेनरेशन का स्टील्स फायटर जेट इंजीनियरिंग की खराबी की वजह से अभी तक जमीन पर ही खड़ा है। मामले से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि विमान को फिर से उड़ान भरने के लिये तैयार करने की सभी कोशिशें अभी तक फेल साबित हुई है। ऐसे में विमान को टुकड़ों में ले जाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है।