राघवेन्द्रसिंह तोमर के मंत्री और आईपीएस से जुड़े तार
भोपाल. मप्र की राजधानी भोपाल और इन्दौर में आयकर विभाग ने फेथ ग्रुप पर कार्यवाही के बाद अब एक-एक कई खुलासे हो रहे हैं। चंबल क्षेत्र के निवासी राघवेन्द्र सिंह तोमर का पहले नाम मंत्री अरबिंदसिंह भदौरिया और अधिकारियों से जोड़कर देखा जा रहा था। लेकिन अब यह सीधे तौर पर व्यापंम से भी जुड़ने लगा है। ऐसा बताया जाता है कि यह ही राघवेन्द्रसिंह तोमर हैं जो व्यापमं मामले में सरकारी गवाह बनाये गये थे। हालांकि, मामले में अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं। वह वर्ष 2012 में सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ गाड़ी पर बैठकर ड्रायविंग करने के बाद चर्चा में आये थे। उस समय कांग्रेस ने सीधे -सीधे सीएम शिवराजसिंह चौहान पर ही आरोप लगा दिया था। ऐसे में अब आयकर विभाग की इस कार्यवाही को राजनीतिक तोर पर भी देखा जाने लगा है।
2012 में सुर्खियों में आया था राघवेन्द्रसिंह तोमर
कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने वर्ष 2012 का एक फोटो जारी किया था। इसमें प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ राघवेंद्रसिंह तोमर गाडी में बैठे दिखाई दिये थे। तोमर वाहन चलाते दिखाई दे रहे थे। कटारे ने कहा था कि शिवराज जी यह साफ करें कि उनका इस व्यक्ति से क्या संबंध है। प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में प्री.पीजी परीक्षा 2012 में इस व्यक्ति का नाम आया था। इसने अपनी मंडीदीप की फैक्ट्री में कुछ खास परीक्षार्थियों को प्रश्नों की जानकारी देकर उनके उत्तर रटाए थे। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए थे कि मुख्यमंत्री से नजदीकियों के चलते राघवेंद्र नाम के इस शख्स को प्रदेश की एसटीएफ ने आरोपी के स्थान पर सरकारी गवाह बना लिया था। उन्होंने सवाल किए थे कि क्या एसटीएफ ने यह जानने की कोशिश भी की थी कि राघवेंद्र नाम के युवक ने कितने छात्रों को प्री.पीजी परीक्षा 2012 में प्रश्नों को लीक कर उत्तर रटाए थे और उनमें कौन.कौन थे?