ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय के अधीन एक ही भवन में 2 से 3 कॉलेज और स्कूल चलाये जाने के विरोध में एनएसयूआई के छात्र नेता सोमवार से विश्ववि़द्यालय परिसर में कुलपति कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गये है। आज दूसरे दिन भी हड़ताल जारी है। प्रशासन की ओर से तहसीलदार महेन्द्र यादव, कुलसचिव अरूण चौहान समेत टीआई विश्वविद्यालय सुबह ही धरना स्थल पर पहुंच गये थे। उन्होंने हड़ताल कर रहे छात्र नेताओं को समझाने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हो सके। एनएसयूआई का आरोप है कि नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले निजी कॉलेजों की जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मिली भगत है। यही वजह है कि फर्जी कॉलेजों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। हड़ताल करने वालों की मांग है कि जब तक एक भवन में अनेक कॉलेज व स्कूल संचालित करने वालों पर सख्त कार्यवाही नहीं होती है। जब त कवह पीछे नहीं हटेंगे। भूख हड़ताल पर बैठने वाले छात्र नेताओं में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष पवन शर्मा, भिण्ड जिलाध्यक्ष अंकित तोमर, उपाध्यक्ष राहुल मावई, युवराज पवैया, कृष्णा भारद्वाज और शैंकी राणा आदि नेता शामिल है। जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने रात को दोनों मुख्य द्वारा बन्द करा दिये थे। जिससे अन्दर हड़ताल स्थल पर बाहर से कोई भी कार्यकर्त्ता नहीं पहुंच सकें। जेयू के अधिकारी पुलिस अधिकारियों पर फोन कर के दबाव बना रहे है ं कि जल्द से जल्द एनएसयूआई की भूख हड़ताल को खत्म करवाओं जिससे जेयू के अधिकारियों पर कार्यवाही का दबाव न बन सकें।
एनएसयूआई नेताओं ने विवि कैम्पस में काटी रात
एनएसयूआई के जो नेता भूख हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने शाम को ही प्रशासनिक भवन के बाहर कुलगुरू कार्यालय के सामने टेंट का तम्बू लगा दिया है। रात होते ही जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रशासन भवन में बिजली सप्लाई की एमसीबी बन्द करा दी है। इसका पता चला तो छान नेताओं ने स्वयं जाकर एमसीबी को चालू कर दिया। जिस पर रात 10 बजे बिजली चालू हो गयी। इसकी सूचना जैसे ही जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों को मिली तो उन्होंने प्रशासननिक भवन समेत जीवाजी विश्वविद्यालय के पूरे परिसर की बिजली कटवा दी। इसके बावजूद भी रातभर अंधेरे में हीह ड़ताल वाले छात्र नेता डटे रहे। बिजली नहीं होने से सुरक्षा कर्मियों को भी परेशान होना पड़ा। कलेक्टर की जन सुनवाई फर्जी कॉलेजों की शिकायत
इधर जीवाजी विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल चल रही है, वहीं दूसरी ओर एनएसयूआई नेता वंश महेश्वरी ने आज सुबह कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई में पहुंचकर फर्जी तरीके से संचालित शिक्षा महाविद्यालयों की शिकायत की। कलेक्टर के नाम दिये गये पत्र में लिखा कर सच्चाई बताई गयी कि किस तरह से बीएड औरे डीएलएड कॉलेजों द्वारा उच्च स्तर पर घोटाला किया जा रहा है। इन कॉलेजों के पास न तो भवन है, न शिक्षक है न ही भौतिक रूप् से छात्र है। इसकी निपष्क्ष जांच कर सख्त काचर्यवाही कराई जाये। सुनवाई कर रहे अधिकारी ने इस पत्र को उच्च शिक्षा के नोडल अधिकारी के पास आवश्यक कार्यवाही के लिये भेज दिया गया और 7 दिन में रिपोर्ट मांगी है।
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