डूबे हुए पदयात्रियाें में 3 के शव मिले, 4 की तलाश जारी
मुरैना. बरोठा घाट पर डूबे शिवपुरी के पदयात्रियों में से तीन के शव मिल गए हैं। चार की तलाश अभी भी की जा रही है। हालांकि पहले बताया गया था कि 10 पदयात्री डूबे हैं। लेकिन दस में से तीन लोग बचकर नदी पार कर गए थे। एसडीआरएफ, गोताखोर सहित पुलिस अभी भी चार अन्य पदयात्रियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। जिन पदयात्रियों के शवों को चंबल से निकाला गया है, उनमें जानकीलाल कुशवाह, देवकीनंदन कुशवाह व कल्लो कुशवाह हैं। अभी भी रुक्मणी कुशवाह, लवकुश कुशवाह, ब्रजमोहन कुशवाह, रश्मि कुशवाह लापता है। रेस्क्यू दल के लोग सभी लापता लोगों को तलाश रहे हैं। पदयात्री शिवपुरी के चिलापत गांव के हैं। इसके बाद से पदयात्रियों के स्वजन भी मौके पर पहुंच चुके हैं और कुछ पहुंच रहे हैं।
कैला देवी जा रहे शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के पदयात्री चंबल नदी बरोठा घाट पर डूबे डूबने ने वालों की संख्या तकरीबन 7 बताई गई है।
1 देवकीनंदन पुत्र हीरा कुशवाह 60 साल
2 धनीराम पुत्र हीरा कुशवाह 30 साल
3 रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह
4 लवकुश पुत्र धाम सिंह कुशवाह
5 कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह
6 ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह
7 रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह
उक्त सभी मृतक ग्राम छिरावली थाना तेंदुआ तहसील कोलारस जिला शिवपुरी के निवासी है। दो मृतकों के शव मिले है। 5 की तलाश जारी।प्रशासन के अधिकारी मौके पर, संख्या ठीक करते हुये :करौली जा रहे 17 लोगों पर मगरमच्छ का हमला, चंबल नदी में 7 डूब गये।
बीरपुर थाना प्रभारी हिमांशु भार्गव ने बताया है कि मगरमच्छ के हमला करते ही श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गयी। बचने की जद्दोजहद में श्रद्धालु बह गये । स्थानीय गोताखोर बोट के जरिये लापता लोगों की तलाश कर रहे है। एसडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है राजस्थान का पुलिस-प्रशासन भी घटनास्थल पर मौजूद है।
शवों पर दांत के निशान भी
प्रत्यक्षदर्शी राडी गांव निवासी कुटन रावत ने बताया कि नदी में जहां पानी कम था, वहां से सभी पार कर रहे थे। इतने में मगरमच्छ ने हमला कर दिया। इससे लोगों में भगदड़ मच गई। कुछ लोग गहरे पानी में चले गए। हालांकि, शुरुआत में यह जानकारी आई थी कि नाव पलटने से हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि शवों पर दांत के निशान भी मिले हैं।
CM शिवराज ने दुख व्यक्त किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से रेस्क्यू की मॉनिटरिंग की जा रही है।