कर्नाटक में आतंकी हमले की साजिश, खुफिया इनपुट के बाद जिले हाईअलर्ट पर
बेंगलुरू. केन्द्रीय खुफिया एजेसियों ने कर्नाटक के तटीय जिलों के घने जंगलों और पहाड़ी क्षेत्रों में संदिग्ध आतंकी गतिविधियों का पता लगाने के बाद कर्नाटक के 225 किमी लम्बे तटीय क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी किया गया है। सूत्रों के हवाले से आई जानकारी के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने कारबार, दक्षिण कन्नड़ और चिकमगलूर जिलों की कई लोकेशन से कॉल किये जाने का पता लगाया है। जो आतंकवादी और नक्सल गतिविधियों के लिये लम्बे समय से खुफिया एजेंसियों के रडार पर है।
विदेशी कॉल से संपर्क में है
संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिये कर्नाटक के तटीय जिलों के पहाड़ी और घने वन क्षेत्रों का शेल्टर के रूप में उपयोग किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पिछले हफ्ते कर्नाटक में इन लोकेशंस पर विदेशी स्थानों से कॉल किये गये थे।
तटीय जिलों में पहुंचे आतंकवादी
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में चेतावनी दी है कि श्रीलंका के कम से कम 12 संदिग्ध आईएस आतंकवादी मछुआरों की आड़ में राज्य के तटीय जिलों में घुस आए है। इसी को देखते हुए तटीय क्षेत्रों में रेड अलर्ट की घोषणा की गई है। सूत्रों के मुताबिक सभी फोन कॉल्स संदिग्ध आतंकियों की ओर से किए गए थे। एजेंसियों को ये भी संदेह है कि ये कॉल कर्नाटक के स्लीपर सेल से किए गए थे । खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि संदिग्ध आतंकवादी थुरया सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं जो 2012 से भारत में प्रतिबंधित है। खुफिया एजेंसियों ने पिछले महीने कर्नाटक और केरल में कई जगहों पर छापेमारी की थी । उन्होंने आतंकवादियों से संबंध रखने और भारत विरोधी दुष्प्रचार करने के आरोप में 2 लोगों को हिरासत में भी लिया था ।
मोहम्मद अहमद सिद्दीबप्पा उर्फ यासीन भटकल आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (IM) का संस्थापक नेता था। उसे राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (NIA) की मोस्ट वांटेड सूची में भी सूचीबद्ध किया गया था और वह कर्नाटक के तटीय शहर भटकल (Bhatkal) का रहने वाला है।

