MP में मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत
भोपाल. मध्य प्रदेश के कमिश्नर और कलेक्टरों की भोपाल में दो दिन चली कॉफ्रेंस के बाद अब मुख्यमंत्री मोहन यादव अपनी सरकार के मंत्री व विधायकों के कामकाज की समीक्षा करेंगे। वह मंत्रियों के साथ वन-टू-वन बैठक करके विभागवार उनके कामकाज की समीक्षा करेंगे। विभागवार मंत्रियों के प्रदर्शन का आकलन किया जाएगा और इसके आधार पर मंत्रियों के कामकाज की ग्रेडिंग तय होगी। जल्द ही मंत्रियों के साथ बैठक का दौर शुरू करने की तैयारी है। यही वजह है कि कमिश्नर और कलेक्टारें की कॉफ्रेंस में किसी भी मंत्री से शामिल नहीं किया गया।
4 साल का रोडमैन बनाने के लिए कहा
उन्होंने अपने विधायक निधि का जनकल्याण में कितना उपयोग किया, इसकी रिपोर्ट भी तैयार कराई गई है। यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। इधर मुख्यमंत्री ने पहले ही मंत्रियों के परफॉरमेंस की एक रिपोर्ट तैयार कराई है जो केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई थी। सिंहस्थ 2028 से कार्यों से जुडे से 12 विभागों की मुख्यमंत्री अलग से बैठक लेंगे।
मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत
मुख्यमंत्री जिस तरह से मंत्रियों के कामकाज पर नजर बनाए हुए है। उससे मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत मिल रहे है। पूर्व में मुख्यमंत्री द्वाा अपने मंत्रियों के कामकाज की रिपोर्ट तैयार कराने के बाद इसकी प्रबल संभावना देखी जा रही है। मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो क्षेत्रीय संतुलन साधने के हिसाब कुछ पूर्व मंत्रियापें को फिर मौका दिया जा सकता है। वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित 31 मंत्री है। नियम के अनुसार 35 मंत्री हो सकते है।