21 मंजिला बिल्डिंग में आग, पुलिस का अत्याचार…मौतें और जिनपिंग , सुलग रहा चीन
नई दिल्ली. बीजिंग और वुहान में युवाओं का हुजूम। तख्ती लेकर प्रदर्शन करते लोग, लॉकडाउन खत्म करो के नारे लगाती जनता, चीन की कम्युनिष्ट पार्टी का अंत हो, चीनी राष्ट्रगान का गायन करते लड़के-लडंकियां। कम्युनिष्ट चाइना से आ रही इनह तस्वीरों को देखे दुनिया हैरत में है। सेंसर, प्रतिबंध और पाबंदियों वाले इस पड़ोसी देश में सरकार के विरूद्ध जनता का सड़क पर उतर आना एक आन्दोलन की शक्ल अख्तियार करता जा रहा है।
शंघाई में एक प्रदर्शनकारी ने बीबीसी को बताया कि वह सड़कों पर लोगों को देखकर ‘‘हैरान और थोड़ा उत्साहित’’ महसूस कर रहा है। क्योंकि उसने चीन में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर असंतोष देखा है। इस व्यक्ति ने कहा है कि लॉकडाउन ने उन्हें ‘‘उदास, क्रोधित और निराश’’ कर दिया है। लॉकडाउन की वजह से वह अपनी बीमार मां को देखने में असमर्थ रहे, जो कैंसर का उपचार करा रही थी।
एक अपार्टमेंट की आग से पैदा हुई विरोध की चिंगारी
यूं तो कोरोना बंदिशों के खिलाफ चीन में काफी दिनों से प्रदर्शन हो रहा था लेकिन ताजा विरोध प्रदर्शन की वजह उरूमकी शहर में एक अपार्टमेंट में लगी आग थी। जिसकी वजह से 10 लोगों की जलकर मौत हो गई. गुरुवार को चीन के शहर जिनजियांग क्षेत्र की आर्थिक राजधानी उरूमकी में एक 21 मंजिला इमारत में आग लग गई। आग के समय इस बिल्डिंग में कोरोना की वजह से दर्जनों लोग बंद थे. अगर कोरोना का लॉकडाउन न होता तो इसमें रहने वालों की संख्या गिनती की होती। लेकिन कोरोना की वजह से इस इमारत में लोग भरे हुए थे। आग की वजह से इस बिल्डिंग में रेस्क्यू ऑपरेशन के अभाव में तड़प तड़प कर मरे।
इस आग की तस्वीरें जब मीडिया में आई तब हजारों लोगों ने चीनी प्रशासन पर आरोप लगाया कि कोरोना प्रतिबंधों की वजह से इस बिल्डिंग में रेस्क्यू ऑपरेशन ठीक से हो नहीं सका । लोग न तो भाग तो, और न हीं उन्हें कोई बचाने आया।अगर कोई बचाने आने के लिए चाह भी रहा था ।