कूनो नेशनल पार्क- चीताओं की प्रत्येक हरकत हो रही कैमरों में कैद, टास्क फोर्स रख रहा है नजर
श्योपुर. कूनो नेशनल पार्क में वर्ल्डलाइफ फोटोग्राफर शिवांग मेहता और निशांत कपूर ज्वाइंट टीम ने चीता को मॉनीटर करने के लिये ट्रैप कैमरे लगाये है। यह काम उन्होंने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की देखरेख में किया है। चीताओं को उनकी टीम लगातार ट्रैप कैमरों की मदद से चीता एक एक एक्टिविटी के फोटो कैद कर रहे है तथा उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। चीताओं पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सत्त नजर बनाये हुए हैं। इस ऐतिहासिक परियोजना से जुडे होने के लिये हम टीम के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर गर्व का विषय बताने के साथ-साथ राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और मध्यप्रदेश के वन विभाग की टीम को बधाई भी दी है।
आपको बता दें कि चीतों को भारत में वापिस लाने के लिये इतना पसीना बहाया गया है। इस टीम में डॉ. झाला, डॉ. मलिक और राजेन्द्र ने पूरी फील्ड टीम द्वारा बहुत बड़ा कार्य किया गया है। चीता प्रोजेक्ट पर शिवांग मेहता और निशांत कपूर की टीम पिछले एक माह पूर्व काम कर रही है। दोनों बाड़े में प्रधानमंत्री को कवर करने के लिये दो-दो ट्रैप कैमरे लगाये हैं। प्रवीण चंदलिया ने बताया कि हमारी टीम ट्रैप कैमरे लगाने के लिये एक माह पहले से काम कर रही है। हमारी टीम ने अत्याधिक दबाव और तनावपूर्ण स्थितियों में काम किया है।
चीतों के लिये बनाया टास्क फोर्स, चीतों के बदलाव पर नजर
कूनो नेशनल पार्क में चीतों के बदलाव और व्यवहार पर बारीकी से नजर रखने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया है जिसमें प्रमुख सचिव, वन अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला, एनटीसीए के आईजी डॉ. अमित मलिक, प्रदेश के वन बल प्रमुख आरके गुप्ता, प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान और राज्य वन्य प्राणी बोर्ड के मेम्बर अभिलाष खांडेकर शामिल किये गये हैं। वहीं, वन्यप्राणी मुख्यालय में पदस्थ अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक शुभरंजन सेन को टास्क फोर्स का संयोजक सदस्य बनाया गया है।
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाशकुमार वर्मा ने कहा है कि चीतों में पहले दिन से ही एक्टिवनेस देखी जा रही हैै। इनमें 5 मादा और 3 नर चीते हैं। जिन्हें 6 अलग-अलग बाड़ों में रखा गया है। इनमें 2 बाड़ों में 2-2 चीते क्वारंटाइन किये गये हैं। जबकि 4 बाड़ों में 1-1 चीते को रखा गया है। कूनो के डीएफओ वर्मा ने बताया है कि चीतों के हेल्थ चेकअप से लेकर उन्हें भोजन देने की व्यवस्था में 3 नामीबियाई वेटेरियन और 2 माधव नेशनल पार्क के वेटेरियन लगे हैं। कूनो नेशनल पार्क में चीतों को आये एक सप्ताह पूरा हो चुका है। चीते अब धीरे-धीरे यहां के वातावरण में एडजस्ट होने लगे हैं।