गायब पांच युवतियोंं में से तीन बरामद, पांच आरोपी दबोचे
शिवपुरी. महिलाओं की खरीद-फरोख्त के लिए कुख्यात हो चुके शिवपुरी में बीते दिनों झारखंड की पांच खुवतियां लापता हो गईं थीं। इनकी तलाश के लिए परिजनों ने गायब युवतियों के आधार पर कार्ड सहित अंडमान-निकोबार के एक सामाजिक कार्यकर्ता को शिवपुरी भेजा था लेकिन यह कार्यकर्ता कई दिनों से पुलिस थाने के चक्कर लगा रहा था और सुनवाई नहीं हो रही थी। बीते 4 जनवरी को पुलिस सक्रिय हुई और उसने तीन युवतयिां बरामद करने के साथ ही उनकी खरीद-फरोख्त करने वाले पांच आरोपियों को भी धर दबोचा। शेष दो युवतियों व अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार बनवासी कल्याण आश्रम अंडमान-निकोबार के सामाजिक कार्यकर्ता गुरूचरण मुंडा ने बताया था कि गुडाबांदा तहसील के ग्राम हातियापाटा की 4 लड़कियां एवं ग्राम पहाड़पुर की 1 लड़की को काम- रोजगार दिलाने की बात कहकर राजू व एक महिला बीते 8 नवंबर 2021 को शिवपुरी लेकर आए। इनमें सारथी (26) पुत्री अमुल्य मुंडा, सुमित्रा (21) पुत्री उपद्र सबर, सुगी (16) पुत्री कृष्ण सबर, पदेन (18) पुत्री मिट्टी सबर एवं सुकरू (20) पुत्री समय सबर के अलावा सारथी मुंडा का भाई बालेश्वर मुंडा भी शिवपुरी आए थे। उक्त सभी लोगों को 12 नवंबर 2021 को शिवपुरी बस स्टैंड (पोहरी रोड) के पास स्थित गोपाल लॉज में 16 नवंबर तक रोका गया था उसके बाद पांचों लड़कियों को वहां से गायब कर दिया। जबकि बालेश्वर मुंडा को शिवपुरी में कंबल के गोदाम में मजदूरी करवाई गई थी। गायब हुई युवतियों में शामिल सारथी मुंडा ने मोबाइल नंबर 9828349668 से बीते 30 नवंबर को एक परिचित के मो.नं. 7856932324 पर फोन लगाकर बताया कि हमको अलग-अलग जगह पर बेच दिया गया है। उसने अपनी लोकेशन झांसी के सफारी गांव में बताई। लड़कियों की तलाश में आए गुरुचरण ने बताया कि जब हमने उक्त नंबर की जानकारी ली तो पता चला कि वो नंबर जयपुर राजस्थान का है। उक्त सभी जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता ने पुलिस को भी दी थी, लेकिन आदत के अनुसार पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया था।