जीवाजी विश्वविद्यालय में 4 गाडियों से भरकर आए बाहरी युवक गोली चलाकर भागे
ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय के विधि संस्थान में विवाद नहीं थम रहा है। लगातार तीसरे दिन गुरूवार को करीब 4 गाडि़यों में युवक भरकर आए और गोली चलाकर भाग गए। गोली चलने की जानकारी मिलने पर प्रोफेसर, प्रोक्टर सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस को भी बुलाया लिया। पुलिस जांच करके चली गई लेकिन गोली चलाने वालों की पहचान नहीं हो सकी। सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई और उसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
तीन दिन पहले चार विद्यार्थियों ने संस्थान में की थी।जिसके चलते चारों विद्यार्थियों को शैक्षणिक कार्य से दूर कर दिया है। यह कार्रवाई आशीष एमाना, ध्रुव गुर्जर (फर्स्ट सेम), अनूप शर्मा और सिद्धार्थ श्रीवास्तव (थर्ड सेम) पर की गई थी। यह मामला प्रोक्टोरियल बोर्ड को दे दिया है। बोर्ड ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। घटना के दूसरे दिन संस्थान में पटाखा फोड़ा गया। ताकि संस्थान में दहशत फैल सके। तीसरे दिन चार पहिया वाहन में भरकर युवक पहुंचे और हवाई फायर करने शुरू कर दिए।जिस समय यह घटनाक्रम हुआ है, उस समय संस्थान के डायरेक्टर डॉ. गणेश दुबे, डिप्टी डायरेक्टर प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ सहित अन्य शिक्षक आर्किलॉजी डिपार्टमेंट में जूटा की ओर आयोजित नए कुलपति के स्वागत समारोह में मौजूद थे। गोली चलने की जानकारी होने पर कुलसचिव डॉ. सुशील मंडेरिया के साथ डॉ. दुबे, प्रो. कुलश्रेष्ट और प्रोक्टोरियल बोर्ड के सदस्य प्रो. हरेंद्र शर्मा, प्रो. नवनीत गरुण तत्काल मौके पर पहुंच गए।उन्होंने पुलिस बुलाया।पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के जरिए गोली चलाने वालों की पहचान करने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी पर नंबर प्लेट नहीं थी। पुलिस ने छात्र और सुरक्षा गार्डों से भी बातचीत की।
एलएलबी के 8 छात्र निलंबित
संस्थान के निदेशक डॉ. गणेश दुबे ने बताया कि विगत रोज पहले जूनियर व सीनियर छात्रों के बीच हुई मारपीट में मामले में एलएलबी के 8 छात्रों को निलंबित कर दिया है। इनमें एलएलबी पहले सेमेस्टर के आशीष एमाना, धु्रव गुर्जर, तीसरे सेमेस्टर के अनूप शर्मा, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, राज राठौर, एलएलबी 5वें सेमेस्टर के रवि तोमर, यश गुर्जर, अनुमीम शामिल है। वहीं निदेशक से ऐसे छात्रों की जानकारी प्रॉक्टर हरेंद्र शर्मा ने मांगी है जिससे उनके घर नोटिस भेजकर उनके माता पिता को अवगत कराया जा सके।