Omicron variant को लेकर नई गाइडलाइंस, इंटरनेशनल पैसेंजर्स को बतानी होगी ट्रैवल हिस्ट्री, देनी होगी निगेटिव रिपोर्ट, 1 दिसंबर से लागू होंगे नए नियम
नई दिल्ली. नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सावधानी बरत रही केंद्र सरकार ने रविवार शाम को इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए रिवाइज गाइडलाइंस जारी कर दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जो एक दिसंबर से लागू होगी। इसके मुताबिक, अब इंटरनेशनल पैसेंजर को सफर शुरू करने से पहले अपनी ट्रैवल हिस्ट्री और निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट केंद्र सरकार के एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इससे पहले दिन में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इमरजेंसी मीटिंग के दौरान मौजूदा गाइडलाइंस को नए सिरे से पेश करने की बात कही थी।
नई गाइडलाइंस में किसी भी इंटरनेशनल डेस्टिनेशन से भारत आने वाले यात्रियों से उनकी पिछले 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री का रिकॉर्ड मांगा जाएगा यानी वे इस दौरान किस-किस देश में गए। यह कवायद इसलिए की जा रही है ताकि यह देखा जा सके कि इस दौरान वे केंद्र सरकार की तरफ से ‘एट रिस्क’ लिस्ट में शामिल देशों में तो नहीं गए। इसके अलावा उन्हें निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी दिखानी होगी।
लिस्ट से बाहर के देशों से आने वालों की होगी रेंडम टेस्टिंग
गाइडलाइंस के मुताबिक, ‘कंट्री एट रिस्क’ लिस्ट से बाहर के देशों से आ रहे पैसेंजर्स को भारत में उतरने पर एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत होगी। ऐसे पैसेंजर 14 दिन तक अपनी हेल्थ को सेल्फ मॉनिटर करेंगे। इन पैसेंजर में से एक सब-सेक्शन (कुल पैसेंजर का 5 प्रतिशत हिस्सा) का एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कोविड टेस्ट किया जाएगा। यह टेस्ट रेंडम तरीके से यात्रियों को चुनकर किया जाएगा।
इस तरह से होगी व्यवस्था
सफर शुरू करने से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री का सेल्फ डिक्लयरेशन फॉर्म भरना होगा साथ ही पोर्टल पर अपनी 72 घंटे के अंदर की निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी करनी होगी अपलोड।
भारत में एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स को दो कैटेगरी में बांटा जाएगा। पहली कैटेगरी ‘एट रिस्क’ लिस्ट से आने वालों की और दूसरी अन्य देशों के पैसेंजर्स की होगी।
‘एट रिस्क’ लिस्ट वाले देशों से आने वाले पैसेंजर्स का एयरपोर्ट पर ही कोविड टेस्ट किया जाएगा।
टेस्ट निगेटिव आने पर मिलेगी घर पर 7 दिन तक क्वारैंटाइन होने की इजाजत, उनका 8वें दिन दोबारा टेस्ट होगा।
पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट वालों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे और उन्हें आइसोलेशन सेंटर में एडमिट कराया जाएगा।
अन्य देशों से आने वाले पैसेंजर्स में से 5 प्रतिशत का एयरपोर्ट पहुंचने के बाद रेंडम आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा
टेस्ट निगेटिव आने पर उन्हें घर पर खुद ही अगले 14 दिन तक अपनी हेल्थ पर नजर रखनी होगी।
टेस्ट पॉजिटिव मिलने पर उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे और एसओपी के लिहाज से उनका इलाज होगा।