जीवाजी विश्वविद्यालय-अब 5 माह कार्यकाल शेष, नीतिगत निणर्य नहीं ले कुलपति -मनेन्द्र सोलंकी
ग्वालियर जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.संगीता शुक्ला का कार्यकाल 6 माह शेष बचा है । 18 यूजीसी विनियम एवं नवंबर को राजभवन की मार्गदर्शिका कार्यकाल खत्म का दिया हवाला हो जाएगा । इसी बीच राज्यपाल कोटे के दो ईसी मेंबरों डॉ.मनेन्द्र सिंह सोलंकी और अनूप अग्रवाल ने कुलपति को पत्र लिखकर सुझाव दिया है वे विवि में कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं लें ।
इसके लिए विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 13 ( 3 ) और यूजीसी के विनियम एवं राजभवन के 5 दिसंबर 2019 के पत्र तथा कुलपति नियुक्ति प्रक्रिया की मार्गदर्शिका का हवाला दिया है । ईसी मेंबरों ने पत्र के जरिए बताया है कि राजभवन की मार्गदर्शिका की कंडिका 1 के अनुसार शासकीय विश्वविद्यालयों के नए कुलपति चयन की प्रक्रिया वर्तमान कुलपति के कार्यकाल समाप्ति के 6 माह पूर्व प्रारंभ की जावे । वीसी से कहा है कि विभिन्न शासकीय संस्थानों में स्थापित परंपरा एवं उच्च नैतिक मानकों की दृष्टि से वर्तमान में पदासीन सर्वोच्च अधिकारी स्वयं की नैतिकता , ईमानदारी को दर्शाते हुए।
वीसी पद की नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने पर कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं लिया जाए । इसके तहत स्थाई नियुक्तियों पर रोक लगाई जाए, नई निविदाएं आमंत्रित नहीं की जाएं, नवीन निर्माण कार्य शुरू नहीं कराएं , नई सामग्री क्रय नहीं की जाएं । ईसी मेंबरों ने वीसी से कहा कहा है कि नैतिकता , ईमानदारी एवं स्थापित परंपराओं के मानकों के अनुसार आपसे अपेक्षा है कि नीतिगत निर्णय लेने में न सिर्फ संकोच करेंगी , अपितु पूर्ण रूप से रोक लगाएंगी ।
नीतिगत निणर्य नहीं ले वीसी
जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यकाल महज 5 माह शेष बचा हुआ है हमें जानकारी मिली की वीसी प्रो. संगीता शुक्ला नई नियुक्तियां करने जा रही है इसलिये हमनें उन्हें पत्र के माध्यम से याद दिलाया है कि अब वह नीतिगण निर्णय नहीं ले सकती है। अगर वह नहीं मानी तो हम आगे कार्यवाही करेंगे।
मनेन्द्र सोलंकी, सदस्य, जीवाजी विश्वविद्यालय कार्य परिषद्, ग्वालियर