दिल्ली बम धमाके में 5वें डॉक्टर का कनेक्शन, यूपी एटीएस ने परवेज अंसारी के घर की रेड
लखनऊ/सहारनपुर. यूपी एटीएस द्वारा छापेमारी के बाद डॉ. परवेज अंसारी का सहारनपुर सो संबंध सामने आया है। परवेज अंसारी के घर से जो कार बरामद हुई हैं। वह सहारनपुर आरटीओर के रजिस्ट्रर्ड है। यह अहम खुलासा है क्योंकि फरीदाबाद मॉड्यूल में गिरफ्तार किया गया है। जबकि दूसरा डॉक्टर आदिल भी सहारनपुर का ही रहने वाला है।
परवेज अंसारी की कार यूपी11बीडी 3563 पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का कार पास लगा हुआ मिला है। एटीएस इस बात की जांच कर रही है। क्या परेवज और पहले से गिरफ्तार डॉ. आदिल के बीच कोई तालमेल था या नहीं। जांच में यह बात सामने आयी है कि फरीदाबाद मॉड्यूल में पकड़ा गया। डॉक्टर आदिल भी सहारनपुर से जुड़ा हुआ है। एाक ही जिले से 2 डॉक्टरों का एक जैसे मामलों में सोन आना जांच एजेंसियों के लिये गंभीर विषय है।
कार का पंजीकरण बरामद
डॉ. परवेज अंसारी के घर से मिली कार रजिस्ट्रेशन सहारनपुर आरटीओ से हुआ है। कार पर लगे इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के पास के संबंध में भी जांच की जा रही है। यह सभी कडि़यां आतंकवादी मॉड्यूल के गहरे और स्थानीय नेटवर्क की ओर इशारा करती है। इसके अलावा मडि़गांव में छापामारी के बाद यूपी एटीएस लोकल पुलिस के साथअब लालबाग में रेड कर सकती है।
पुलवामा में 350 किलो आरडीएक्स का अभी तक कोई जवाब नहीं
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दिल्ली विस्फोट को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह घटना अधिकारियों की ‘‘पूरी तरह से नाकामी’’ दिखाती है। उन्होंने कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है। 6 साल बाद भी यह नहीं बताया गया है। 350 किलो आरडीएक्स पुलवामा कैसे पहुंचा है। पवन खेड़ा ने कहा है कि ‘‘यह बहुत हैरानी और चौंकाने वाली बात है कि हमें अभी भी यह नहीं पता चला है कि 350 किलो आरडीएक्स कैसे पुलवामा पहजुंचा है। 6 साल से अधिक का समय गुजर गया है। फिर भी कोई जवाब नहीं दिया गया है। तत्कालीन गर्वनर सत्यपाल मलिक ने इस संबंध में कई बार सवाल उठाये थे। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अब एनसीआर से इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक और बम बनाने का सामान भी जब्त किया गया है। यह दिखाता है कि सरकार पूरी से फेल हो गयी है।

