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सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण करने रविवार को भी खुले दफ्तर 

ग्वालियर – सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण के लिये ग्वालियर जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत रविवार की छुट्टी के दिन भी विभिन्न विभागों के दफ्तर खुले और सीएम हैल्पलाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का निराकरण अभियान बतौर किया गया। इस दौरान अधिकारियों ने शिकायतकर्ताओं से मोबाइल फोन से बात की और संतुष्टि के साथ शिकायतों के निराकरण कराने के प्रयास किए।
विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में और तेजी लाने एवं सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों का समय-सीमा में निराकरण कराने के उद्देश्य से शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण भी जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। इस क्रम में कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर अपर कलेक्टर कुमार सत्यम द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर श्री सत्यम ने स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी ली। साथ ही सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों को जल्द से जल्द निराकृत करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
रविवार को तानसेन तहसील कार्यालय एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में अधिकारी-कर्मचारियों ने रविवार को सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण कर पोर्टल पर निराकरण का ब्यौरा दर्ज किया। इसी तरह अन्य शासकीय कार्यालयों में रविवार को अभियान बतौर सीएम हैल्पलाइन की शिकायतें निराकृत की गईं।
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शैक्षणिक भ्रमण की श्रृंखला में आज अजयगढ़ दुर्ग एवं खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह का किया भ्रमण

ग्वालियर -प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययन शाला, जीवाजी विश्वविद्यालय, के छात्र/छात्राएँ आज अजयगढ़ किला, मध्यप्रदेश जो पन्ना जिले में स्थित है। इसे चंदेल वंश के राजाओं ने 9वीं से 12वीं शताब्दी के बीच बनवाया। इसके बाद यह किला विभिन्न शासकों के अधीन रहा, जिनमें बुंदेला और मुगल शामिल थे। यह किला विंध्य पर्वत श्रृंखला की पहाड़ियों पर बना हुआ है और समुद्र तल से लगभग 688 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसे बुंदेला राजवंश द्वारा बनवाया गया था और यह ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वास्तुकला एवं स्थापत्य
किला उत्कृष्ट वास्तुकला का उदाहरण है। इसमें पत्थरों से बनी ऊंची दीवारें, दरवाजे और गढ़ संरचनाएं हैं। किले के भीतर जलाशय और प्राचीन मंदिर भी मौजूद हैं। यहां से केन नदी का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। किले के अंदर कई प्राचीन मूर्तियां और शिलालेख रॉक कट शैली में निर्मित किए गए हैं जिनमें हिंदू एवं जैन धर्म की मूर्तियों को बनाया गया हैं
गुप्त काल की वास्तुकला अपनी सादगी और कलात्मक भव्यता के लिए जानी जाती है। अजयगढ़ किले में पत्थरों पर की गई नक्काशी, मूर्तियां और मंदिर निर्माण में गुप्तकालीन शैली की छाप स्पष्ट दिखाई देती है। भगवान शिव को समर्पित गुप्त कालीन मंदिरो की स्थापत्य शैली के साथ साथ दुर्ग के सामरिक और रणनीतिक महत्व को समझा यहां मंदिर प्रांगण में कुल तीन मंदिर जिनमें दो मंदिरों में गर्भ ग्रह, सभा मंडप, मंडप बनाए गए है और एक मंदिर में तीन ओर से प्रवेश द्वार और तीन तलीय बनाया गया हैं एक अन्य मंदिर जो अर्द्धनिर्मित मंदिर हैं जिसका शिखर ऊंचा बनाने की कोशिश की गई यह मंदिर पूर्ण रूप से अपूर्ण है। ये मंदिर गुप्त कालीन मंदिर के मंदिर स्थापत्य कला के अंतिम मंदिर श्रेणी में आते है जो लगभग 8- 9वीं शताब्दी के हैं साथ ही गुप्तों द्वारा जल प्रबंधन प्रणाली के अंतर्गत जल संरक्षण और प्रबंधन पर जोर दिया गया था। अजयगढ़ किले में मौजूद जलाशय और सरोवर गुप्तकालीन तकनीकों और योजनाओं की झलक भी देखने को मिलती हैं।
अजयगढ़ दुर्ग के बाद में खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह में कंदरिया महादेव, लक्ष्मण मंदिर, वराह मंदिर, नंदी मंडप, मतंगेश्वर आदि चंदेल कालीन मंदिरों का छात्र/छात्राओं ने अवलोकन किया इस अवसर पर प्रो शान्तिदेव सिसोदिया, विभागाध्यक्ष ने मंदिर स्थापत्य के विकाश को समझाया कि गुप्त काल से चंदेलकाल तक मंदिर वास्तु में कौन-कौन से मंदिर वास्तु अंगो का उत्तरोत्तर विकास कैसे हुआ जिसको अजयगढ़ दुर्ग के गुप्त कालीन एवं खजुराहो के मंदिर मंदिर स्थापत्य में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता हैl
इस अवसर पर छात्रों ने व्यवहारिक रूप से इसे बहुत ही सरलरूप से समझा l इस अवसर पर शोध छात्र राहुल बरैया, राजकुमार गोखले एवं सामिन खान के साथ- साथ विश्वविद्यालय के वाहन चालक असलम खान एवं विशाल के साथ सभी छात्र/छात्राएँ भी उपस्थित थे l

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ग्वालियर बना विश्व की सबसे बड़ी हरित दौड़ का साक्षी, स्वच्छता के लिए जवानों ने लगाई दौड़

ग्वालियर । पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के प्रति सामूहिक जागरूकता का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए ग्रीन हार्टफुलनेस रन का भव्य आयोजन किया। यह दौड़ विश्व की सबसे बड़ी हरित दौड़ों में से एक साबित हुई, जिसमें ग्वालियर से 600 से अधिक तथा भारत में लगभग 18,000 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
स्कूल के बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
ब्राइटर माइंड स्कूल के बच्चों ने आंखों पर पट्टी बांधकर रंग पहचानने और नोट पर लिखे नंबर पढ़ने जैसी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
स्वच्छता मैराथन में पुरुष वर्ग में
रंजीत परिहार प्रथम, गोलू गुर्जर द्वितीय एवं रानू गुर्जर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा सांत्वना पुरस्कार पारस सेंगर एवं करन सिंह भदोरिया को मिला। वहीं महिला वर्ग में पीहू राणा को प्रथम, सृष्टि परमार को द्वितीय एवं पायल भदौरिया तृतीय स्थान मिला। सांत्वना पुरस्कार राध्या कुशवाह एवं राधिका भदौरिया को दिया गया।
पौधे एवं जूट के बैग किए वितरित
सभी प्रतिभागियों को पौधे एवं अतिथियों को जूट के बैग वितरित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस सत्र में पीटीएस तिघरा से आए 200 जवानों ने भाग लिया और अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को विशेष बनाया। ग्रीन हार्टफुलनेस कोऑर्डिनेटर श्रीमती अर्चना शर्मा ने कहा, “यह दौड़ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का जन आंदोलन है। हमें अपने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाने और इसे सुरक्षित रखने की दिशा में कदम बढ़ाना होगा।”इस आयोजन में नगर निगम,योग आयोग, पतंजलि योग समिति सहित शहर के योग सामाजिक तथा शैक्षणिक संस्थानो का सराहनीय सहयोग रहा ।कार्यक्रम का संचालन डॉ. बिंदु सिंघल ने किया और दौड़ एवं विजेताओं का चयन मुख्तियार सर के मार्गदर्शन में किया गया।

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बीच बाजार में फटे गैस सिलेंडर से 100 मीटर उठी लपटें, 25 लोग झुलसे 14 हालत नाजुक

छतरपुर. बीच बजार में गैस सिलेन्डर फट गया। हादसे में 25 लोग झुलस गये और इनमें बच्चे और महिलायें भी शामिल है। 14 लोगों की नाजुक हालत है उन्हें जिला अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती कराया गया है।
घटना रविवार की दोपहर 2.30 बजे बिजावर के बस स्टैण्ड पर हुई है। घायलों को शामिल एक स्थानीय दुकानदार नीलू बघेल ने बताया है कि पेटीज के ठेले पर सिलेंण्डर से पहले गैस लीक हुई और फिर विस्फोट हो गया। विस्फोट के बाद मची भगदड़, घायलों ने बताया कि पेटीज की दुकान में 3 गैस सिलेंण्डर रखे हुए थे। इनमें से एक ब्लास्ट हो गया। रविवार को बाजार लगता है इसलिये वहां बहुत भीड़ थी। विस्फोट के बाद भगदड़ मच गयी। आसपास के 100 मीटर तक के दायरे में आग लपटें उठी।
14 मरीज लाये गये
एक एम्बूलेंस में 14 मरीज लाये गये है। जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनमें से कोई 2 कोई 4 प्रतिशट तो कुछ अधिक भी झुलसे है। आकस्मिक केन्द्र में डॉक्टर चैकअप कर रहे हैं। जरूरत हुई थी तो घायलों को रेफर करेंगे। कितने बच्चे, कितने बड़े है, यह कुछ समय में स्पष्ट हो जायेगा।
मिलिंद नागदेवे, एसडीएम

हादसे की  तस्वीरें

बस-स्टैंड पर पेटीज ठेले पर रखे सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। पुलिस को अस्पताल लेकर पहुंची।
बस-स्टैंड पर पेटीज ठेले पर रखे सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। पुलिस को अस्पताल लेकर पहुंची।
इसी सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। सिलेंडर भी पूरी तरह से फट गया।
इसी सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। सिलेंडर भी पूरी तरह से फट गया।
घायलों में महिलाएं, बच्चे और बड़े सभी शामिल हैं।
घायलों में महिलाएं, बच्चे और बड़े सभी शामिल हैं।
पुलिसकर्मी बच्चों को गोदी में उठाकर अस्पताल लाए।
पुलिसकर्मी बच्चों को गोदी में उठाकर अस्पताल लाए।
स्थानीय लोग भी मदद को उतर आए। घायलों को गोद में उठाकर अस्पताल लाए।
स्थानीय लोग भी मदद को उतर आए। घायलों को गोद में उठाकर अस्पताल लाए।
आग से युवक बुरी तरह झुलस गया था। उसे अस्पताल लाया गया। परिजन टावेल से हवा करते हुए।
आग से युवक बुरी तरह झुलस गया था। उसे अस्पताल लाया गया। परिजन टावेल से हवा करते हुए।
एंबुलेंस से एक साथ 14 से ज्यादा घायलों को लाया गया। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
एंबुलेंस से एक साथ 14 से ज्यादा घायलों को लाया गया। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
एक साथ इतने घायल आए कि अस्पताल में एक ही बेड पर दो-तीन लोगों को बैठाना पड़ा।
एक साथ इतने घायल आए कि अस्पताल में एक ही बेड पर दो-तीन लोगों को बैठाना पड़ा।
हादसे में एक युवक की शर्ट बुरी तरह जल गई। शर्ट उसे शरीर पर चिपक गई।
हादसे में एक युवक की शर्ट बुरी तरह जल गई। शर्ट उसे शरीर पर चिपक ग
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पूजा थापक की आत्महत्या के पीछे थी निखिल की गर्डफ्रेंड, निखिल ने उसके फ्लैट में काटी फरारी

पूजा ने पति से विवाद के बाद सुसाइड किया था। इससे पहले मां को फोन कर कहा था- मैं मर रही हूं।

भोपाल. मध्यप्रदेश के जनसंपर्क विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर और ग्रामीण विकास विभाग की पीआरओ पूजा थापक आत्महत्या कांड में अब उनका भाई सामने आया है। पूजास के भाई प्रखर थापक ने बताया है कि जीजा निखिल दुबे की उनके कॉलेज की एक लड़की से दोस्ती हो गयी थी। बहन के आत्महत्या के बाद निखिल ने फरारी दिल्ली में रहने वाली इसी दोस्त के साथ उनके फ्लैट में काटी थी। प्रखर ने बहन पूजा के पहले से शादी शुदा होने के आरोपों को भी सिरे से नकार दिया। इससे पहले पूजा के ससुर एमएल दुबे ने पूजा के पहले से शादी शुदा होने और इस बात को छिपाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था बेटे से शादी के पहले और बाद में भी इस मामले में नहीं बताया गया।
पूजा थापक ने 9 जुलाई को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनकेपिता ने बच्चे की कस्टडी मांगी थी। न्यायालय ने 3 दिन पहले बच्चे की कस्टडी नाना-नानी को देने के आदेश कर दिये थे और इसके बाद भी दादी -दादी बच्चे को नहीं सौंप रहे थे। नाना ने एसडीएम को आवेदन दिया था। आदित्य जैन ने 16 नवम्बर को गोविंदपुरा पुलिस की मदद से बच्चे को कस्टडी में लेकर उसको  नाना-नानी को सुपुर्द कर दिया है।
बेटे को पूजा की पहली शादी से जुडे दस्तावेज मिल गये थे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया था। पूजा ने आत्म ग्लानि में आत्महत्या की थी। मेरे बेटे और पत्नी को इस संबंध में गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। यह सब पूजा के जीजा और टीकमगढ़ कलेक्टर अवधेश शर्मा के दबाव में किया गया है।
फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट तैयार करने के आरोप
प्रखर का दावा है कि पूजा की सास आशा को जमानत दिलाने के लिए उसका फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट तैयार किया गया है। आशा और निखिल ने पूजा का जीना मुश्किल कर रखा था। उसके साथ मारपीट की जाती थी। यहां तक की भांजे के जन्म के 10वें दिन ही निखिल ने बहन पूजा को पीटा था। इसकी शिकायत मेरे पिता जगत नारायण थापक ने कॉल कर पूजा के ससुर एमएल दुबे से की थी। उन्होंने निखिल की गलती भी मानी थी। निखिल और उसकी मां दहेज में महंगा प्लाट दिलाने के नाम पर बहन को प्रताड़ित करते थे। तानाकशी करते थे। बहन ने वॉट्सऐप पर चेट के दौरान कई बार इस बात का जिक्र किया है।
दो साल पहले हुई थी निखिल-पूजा की शादी
ग्वालियर निवासी पूजा थापक की शादी साल 2022 में भोपाल के साकेत नगर में रहने वाले निखिल दुबे से हुई थी। निखिल अरेरा हिल्स स्थित सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर है। दोनों का एक साल का बेटा है। पूजा ने मां से कहा था- अब बर्दाश्त नहीं होत 9 जुलाई को फांसी लगाने से पहले पूजा ने अपनी मां को कॉल कर कहा था, ‘मां, फिर से लड़ाई-झगड़े होने लगे हैं। अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता। मैं मर रही हूं।’फोन कट होते ही पूजा की मां घबरा गईं। उन्होंने दामाद निखिल दुबे को घटना की जानकारी दी। निखिल बेडरूम पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। जब तक गेट को तोड़ा गया, पूजा की मौत हो चुकी थी। उसका शव फंदे पर लटका हुआ मिला था।

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पत्नी, सास और बेटे को कार कुचलकर मारने का प्रयास, पति के खिलाफ मारपीट की एफआइआर दर्ज करा कर लौट रही थी महिला

महिला ने आरोपी अरविंद परिहार से ग्वालियर में मुलाकात के बाद शादी की थी।

ग्वालियर. शनिवर-रविवार की दरम्यानी रात एक ठेकेदार ने कार से अपनी पत्नी, बेटा और सास को कुचलकर मारने का प्रयास किया है। आरोपी ने लगभग डेढ वर्ष पहले ही शादीशुदा महिला से लव मैरिज की थी। महिला उसके खिलाफ देर रात एफआईआर दर्ज कराकर लौट रही थी। तभी आरोपी ने 3 को कार से कुचलने का प्रयास किया। इस बीच उसने लगभग 3 बार कार को बैक किया।
तभी एक राहगीर ने अपनी कार में बीच में अड़ा दी। जिससे आरोपी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाया। घटना में आरोपी कार चालक की पत्नी गंभीर रूप से जख्मी है। वहीं महिला की मां और बेटे को भी चो टआई है। खबर मिलने के बाद आधी रात को पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने पति पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। घटना सिरोल थाना इलाके की है।
पति को छोड़ा, अरविंद से दोस्ती फिर शादी की
जानकारी के मुताबिक झांसी के चिरगांव की रहने वाली नंदिनी केवट (30) करीब दो साल पहले अपने आठ साल के बेटे मयंक के साथ पति को छोड़कर ग्वालियर आई थी। यहां उसने अपना ब्यूटी पार्लर खोला था। इस दौरान उसकी मुलाकात सिरोल के अरविंद परिहार से हुई थी। अरविंद ने खुद को ठेकेदार बताया था। दोनों में दोस्ती हो गई। करीब डेढ़ साल पहले अरविंद और नंदिनी ने लव मैरिज की और साथ रहने लगे।
मारपीट की शिकायत कर थाने से लौट रही थी
शादी के कुछ दिनों बाद अरविंद नशे में नंदिनी से मारपीट करने लगा। पिछले तीन दिन से दोनों के बीच जमकर विवाद हो रहा था। शनिवार रात नंदिनी ने मामले को सुलझाने के लिए अपने पिता बृजमोहन केवट और मां सुखदेवी को बुलाया। उनके सामने ही अरविंद ने नंदिनी से मारपीट की। जिसके बाद वह रात करीब 1 बजे घर से सिरोल थाने में मारपीट की रिपोर्ट दर्ज करने पहुंची थी।

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कालिंजर दुर्ग शैक्षणिक भ्रमण- एक ऐतिहासिक धरोहर- कालिंजर किला

ग्वालियर- कालिंजर किला उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में बांदा जिले में स्थित है। यह किला विंध्य पर्वत श्रेणी की पहाड़ियों पर बना है और भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे भारतीय वास्तुकला, इतिहास और संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। यह किला अपनी भौगोलिक स्थिति और मजबूत संरचना के कारण हमेशा से ही सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है।
छात्र -छात्राओं को भारतीय इतिहास और चंदेल वास्तुकला एवं मूर्तिकला के संरक्षण के महत्व को प्रो. शान्तिदेव सिसोदिया प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययन शाला के विभागाध्यक्ष के द्वारा दुर्ग के सामरिक एवं पुरातात्विक महत्व को विस्तृत रूप से बताया गया और साथ में शोधार्थी राजकुमार गोखले, राहुल बरैया, शामिनखान उपस्थित रहे, चंदेल राजाओं द्वारा 9 और 10वीं शताब्दी के बीच इस दुर्ग बनाया गया था।
नीलकंठ मंदिर:
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और किले के अंदर स्थित है। यहाँ भगवान शिव की भव्य मूर्ति और शिवलिंग है, जो पर्यटकों और पुरातत्व के छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह मंदिर शैल स्थापत्य का प्रमुख उदाहरण हैं और इस मंदिर में बाद के समय में मंदिर के गर्भ ग्रह के आगे मंडप बनाया गया है जो पूर्ण रूप से नहीं बनाया गया है जो चंदेल शैली से बिल्कुल अलग है यह संभवतः बाद के समय में परमार शैली में बनाया गया हैं यहां भगवान शिव की विशाल प्रतिमा जो शिव के रौद्र रुप को धारण किए। हुए जीवित स्वरूप में उकेरी गईं हैं साथ ही चामुण्डा के विभत्स प्रतिमा को चट्टान पर बनाया गया है ,
यहां चित्रित मूर्तियां और शिलालेख:
किले की दीवारों और चट्टानों पर अद्भुत मूर्तियां और शिलालेख उकेरे गए हैं, जो चंदेल शासकों की कला और संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं। रानी महल: यह महल चंदेल राजाओं की रानियों के लिए बनाया गया था और इसकी स्थापत्य शैली दर्शनीय है।
पन्ना झील:
किले के पास स्थित यह झील किले की सुंदरता को और बढ़ाती है। यह किला गुप्त काल से लेकर मुगल काल तक विभिन्न साम्राज्यों के अधीन रहा। यहाँ कई ऐतिहासिक युद्ध लड़े गए, जिनमें शेर शाह सूरी का नाम प्रमुख है, जो यहीं अपनी मृत्यु को प्राप्त हुए थे।

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गर्मियों में पर्याप्त मिले पेयजल, 16 नवंबर से होगी एक दिन छोड़कर जल सप्लाई

ग्वालियर। नगर निगम ग्वालियर द्वारा शहर के नागरिकों को गर्मियों के मौसम में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दिनांक 16 नवंबर से 30 अप्रैल 2025 तक महानगर में एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जाएगा। जिससे गर्मियों में प्रतिदिन जल प्रदाय किया जा सके।
कार्यपालन यंत्री संजीव गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम आयुक्त ने शहर के नागरिकों को गर्मी के मौसम में पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से निगम द्वारा अभी सर्दी के मौसम में एक दिवस छोड़कर जलप्रदाय करने का निर्णय लिया गया है ।
ग्रीष्म ऋतु में पानी की अति आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए जल संसाधन विभाग के समन्वय से निर्धारित कार्यक्रम अनुसार महानगर ग्वालियर में 16 नवंबर से 30 अप्रैल तक एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जाएगा । 1 मई से 31 अगस्त तक महानगर ग्वालियर को प्रतिदिन जल प्रदाय किया जावेगा। जिससे महानगर में ग्रीष्म काल में पेयजल की कोई समस्या उत्पन्न ना हो।

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घरेलू गैस का दुरुपयोग – फूलबाग चौपाटी से रसोई गैस के पाँच सिलेण्डर जब्त 

ग्वालियर – घरेलू गैस का दुरुपयोग रोकने के लिये जिले में लगातार छापामार कार्रवाई की जा रही है। इस कड़ी में शनिवार को कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर गई खाद्य विभाग की टीम ने फूलबाग चौपाटी से रसोई गैस के 5 सिलेण्डर जब्त किए हैं। साथ ही 4 प्रतिष्ठानों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
सहायक खाद्य अधिकारी अवधेश पाण्डेय ने बताया कि खाद्य विभाग की टीम द्वारा की गई छापामार कार्रवाई में फूलबाग चौपाटी स्थित प्रिंस चायनीज दुकान से रसोई गैस के 2 सिलेण्डर तथा मिलन चायनीज, किंग अंकल व अंकल कॉर्नर प्रत्येक से रसोई गैस का 1 – 1 सिलेण्डर जब्त किया गया। इन सभी दुकानों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण कायम किए गए हैं। जब्त किए गए सभी पाँच सिलेण्डर अनंत गैस एजेंसी की सुपुर्दगी में रखवाए गए हैं।
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कपड़ा कारोबारी और उसके दोस्त को मारी गोली, कपड़े के बिना पैसे दिये जा रहे थे रोकने पर मारी गोली

ग्वालियर. एक कपड़ा कारोबारी को कपड़े खरीदने आये बदमाशों ने गोली मार दी। एक गोली कारोबारी के हाथ में लगी है। वहीं, व्यापारी का दोस्त भी जख्मी हो गया। गोली उसके पेट में लगी है। घटनाक्रम के बाद व्यापारी और उसके दोस्त को अन्य दुकानदारों ने नाजुक हालत में उपचार के लिये एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। जिसमें एक हमलावर फायरिंग करने के बाद भागते हुए दिखाई दे रहा है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों के भागने का रूट चेक कर रही है। जिससे उसका सुराग लगाया जा सके। चारों हमलावरों में से 2 की पहचान कर ली गयी है। पहले हमलावर का नाम रानू तोमर और दूसरे का नाम भानू तोकर है। पुलिस 2 अन्य की पहचान करने में जुटी हुई है।

एएसपी कृष्णा लालचंदानी ने बताया

हजीरा चार शहर के नाके पर राधे गारमेंट्स की दुकान पर कुछ बदमाश कपड़े खरीदने आए थे। कपड़े के पैसे के लेन-देन को लेकर में विवाद हो गया था। जिस पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी। एक युवक के पेट और दूसरे के हाथ में गोली लगी है, अभी दोनों की हालत ठीक है। बदमाशों के CCTV फुटेज सामने आए हैं। तलाश जारी है।

व्यापारी और उसके दोस्त पर गोलियां चलाने वाले बदमाशों का साथी भानू तोमर।
व्यापारी और उसके दोस्त पर गोलियां चलाने वाले बदमाशों का साथी भानू तोमर।

कपड़े लिए और जाने लगे

ग्वालियर के हजीरा थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर निवासी सनी भदौरिया (23) एक कपड़ा व्यापारी है। उनकी नाका पुलिया के पास राधे गवर्नमेंट नाम से कपड़े की दुकान है। शुक्रवार की रात करीब 9 बजे वह अपनी दुकान पर बैठा हुआ था। तभी दुकान पर 4-5 बदमाश युवक कपड़े लेने पहुंचे। कपड़े पसंद आने पर व्यापारी सनी भदौरिया ने कपड़े पैक करके दे दिए थे। लेकिन, वे कपड़े लेकर बिना पैसे दिए दुकान से जाने लगे। इस व्यापारी ने अपने दोस्त मंथन राजावत को फोन लगाकर पूरी बात बताइए और मंथन को अपनी दुकान पर बुला लिया था।उसके पहुंचने के बाद व्यापारी कपड़े के पैसे देने को कहा। लेकिन, बदमाशों ने पैसे देने से इनकार कर दिया और गाली-गलौज करने लगे। जब इसका विरोध किया तो उन्होंने कमर से पिस्टल निकालकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।

हमलावरों ने 3 से 4 गोलियां चलाई

घायल दोस्त के चचेरे भाई पंकज राजावत ने बताया कि कपड़ों के रुपए देने के लिए कहा तो बदमाश गाली-गलौज कर झगड़ा करने लगे। इस बीच उन्होंने पिस्तौल निकाल कर 3 से 4 फायर कर दिए। जिसमें से एक गोली मेरे भाई को लगी है। दूसरी उसके दोस्त मंथन को लगी है, फायरिंग करने वाले बदमाशों में एक का नाम भानू है।