ईओडब्ल्यू ने सहारा इंडिया के ऑफिसों में दी दबिश, जब्त किए निवेशकों से संबंधी दस्तावेज, तीन दर्ज एफआईआर की जांच कर रही टीम
जबलपुर. राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) जबलपुर की टीम ने गुरूवार देर शाम को जबलपुर व कटनी में सहारा इंडिया के कार्यालयों में दबिश दी। टीम की जांच में अब तक 25 हजार से अधिक निवेशकों के 250 करोड़ रुपए फंसे होने की जानकारी मिली है और सभी की परिपक्वता अवधि पूरी हो चुकी है बावजूद भुगतान नहीं हो रहा है। ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत के अनुसार 3 सितंबर को तीन एफआईआर गोरखपुर, रांझी और कटनी सहारा ब्रांच के मामले में दर्ज किया गया है। इसमें सहारा ग्रुप के डायरेक्टर सुब्रत राय सहित अन्य को आरोपी बनाया गया है। 38 निवेशकों के 38 लाख रुपए की जांच मौजूदा समय में 25 हजार निवेशकों के 250 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।
तीनों ब्रांचों में एक साथ दबिश दी
एसपी राजपूत के अनुसार डीएसपी पीके जैन व टीआई एसएस धामी की टीम ने जबलपुर में रांझी व गोरखपर ब्रांच में तो वहीं डीएसपी मंजीत सिंह की अगुवाई में एक टीम कटनी ब्रांच में दबिश देने पहुंची थी। तीनों ही ब्रांच में ऐसे निवेशकों के दस्तावेजों की जांच की गई जिसकी मैच्योरिटी हो चुकी है, बावजूद बैंक की ओर से भुगतान नहीं किया जा रहा है। टीम ने तीनों ही बैंकों से कुछ दस्तावेज जब्त किए है वहीं कुछ दस्तावेज मुख्यालय भेजने की बात सामने आने के बाद नोटिस देकर कार्यालय बुलाया है।
मैच्योर होने के कई महीने बाद भी भुगतान नहीं
तीनों ही शाखाओं में 25 हजार के लगभग निवेशकों की जानकारी मिली है। कई की परिपक्वता अवधि पूरे हुए 6 महीने से एक साल तक हो चुके, लेकिन बैंक की ओर से भुगतान नहीं किया जा रहा है। निवेशक बैंक पहुंचते हैं, तो उन्हें ठीक से कोई जवाब तक नहीं देता। किसी ने बेटी की शादी के लिए, तो किसी ने बुढ़ापे के सहारे के लिए जिंदगी भर की कमाई जमा की, लेकिन अब जरूरत है, तो बैंक भुगतान नहीं कर रहा है।
इन शिकायतों पर दर्ज हुई थी एफआईआर
सहारा इंडिया कंपनी की गोरखपुर शाखा में कुल 12 निवेशकों ने 19.68 लाख रुपए जमा किए थे। परिपक्वता अवधि समाप्त होने के बाद भी उन्हें पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। मामले में ईओडब्ल्यू ने स्थानीय शाखा प्रबंधन, एजेंट आदि सहित सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को धोखाधड़ी व अमानत में खयानत सहित विभिन्न धाराओं में आरोपी बनाया है। सहारा इंडिया की शाखा रांझी में कुल 16 निवेशकों ने 16.42 लाख रुपए जमा किए थे। इन निवेशकों को भी अब बैंक की ओर से पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। यहां भी सुब्रत रॉय सहित सात लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। सहारा इंडिया की कटनी शाखा में कुल 4 निवेशकों ने 2.24 लाख रुपए जमा किए थे। इन निवेशकों को भी परिपक्वता अवधि समाप्त होने के बावजूद पैसे नहीं दिए जा रहे थे। यहां सुब्रत रॉय सहित 5 नामजद व अन्य को आरोपी बनाया गया है।