यह युवती अपने बेटे ड्रग्स के पैसे पायलेट बनाना चाहती थी
इन्दौर. मैं पूणे की निवासी हूं और मैंने अंग्रेजी में एमए कर रखा है। अंग्रेजी, हिन्दी के साथ मराठी भाषा पर भी अच्छी पकड़ है। शादी धार जिले के कुक्षी में हुई थी। सपने बड़े थे, इसलिये अक्सर किसी न किसी बात को लेकर पति से विवाद होता था। पति को छोड़ दिया और मेरा एक बेटा है, जिसके अच्छे भविष्य के सपने को लेकर मैं इन्दौर आकर रहने लगी हूं। मैं उसे पढ़ा-लिखाकर पायलेट बनाना चाहती थी। इन्दौर आने केबाद मेरी पहचान ऋचा नाम की युवती से हुई । उसने बताया कि मेरे पास अधिक रूपये कमाने काशॉटकट तरीका हैं। रूपयों के लालच में मैं उसके साथ हो ली और ड्रग्स के व्यापार में कंूद पड़ी। यह बातें ड्रगवाली आंटी ने पुलिस से पूछताछ में कही हैं।
आंटी’ नित नए और चौंकाने वाले खुलासे कर रही
शहर में 200 से ज्यादा युवक-युवतियों को नशा बेचने वाली ‘आंटी’ नित नए और चौंकाने वाले खुलासे कर रही है। गुरुवार रात 2 बजे तक इंदौर आईजी योगेश देशमुख ने आंटी और उसके चार साथियों से पूछताछ की। आईजी ने बताया कि विजय नगर पुलिस ने कुछ समय पहले बांग्लादेश की कुछ युवतियां पकड़ी थीं, जो देह व्यापार में संलिप्त थीं। उन्होंने बताया था कि उन्हें अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत लाया जाता था। यहां से इंदौर आती थीं। इस दौरान उन्हें ड्रग्स की भी लत लगाई जाती थी। इसके बाद देह व्यापार में धकेल दिया जाता था। पड़ताल में सरगना सागर जैन तक पुलिस पहुंची, तो ड्रग्स के कारोबार का खुलासा हुआ। पूछताछ में लेडी ड्रग महिला का नाम भी सामने आया। इसके बाद पुलिस ने ड्रग्स बेचने वाली इस लेडी को पकड़ा। आईजी की मानें, तो अभी मामले में और भी खुलासे होना बाकी हैं। प्रदेश सहित देशभर में इनकी चेन को तलाशा जा रहा है।
दिन में प्रॉपर्टी का काम, रात में ड्रग्स सप्लाई
ड्रग लेडी ने बताया कि महिला 1991 में पति दीपक को छोड़ बेटे यश को लेकर इंदौर आई थी। इंदौर में कारोबार बढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों में भी पकड़ बनानी शुरू कर दी। इसे बढ़ाने के लिए इंदौर के एक माॅल में रियल स्टेट कंपनी में बतौर पार्टनर का काम शुरू कर दिया। दिन में रियल स्टेट और रात में पार्टी और पब में ड्रग्स सप्लाई यही आंटी की रोज की दिनचर्या बन गई। आंटी ने विदेशी ड्रग्स तस्करों तक से एमडी ड्रग्स लेने की शुरुआत कर दी। फर्राटेदार इंग्लिश बोलने के कारण आंटी जल्द ही बड़े घरानों वालों से घुल मिल जाती थी।
आटी को नाम प्रीती, प्रेरणा और काजल के नाम से जानते थे
इन्दौर के विजयनगर टीआई तहजीब काजी ने बताया कि ड्रगवाली आंटी के पास कई आईडी कार्ड मिले हैं। इसमें आंटी का नाम प्रीती, सपना, प्रेरणा, काजल के नाम से जानतेे थे। पुलिस के अनुसार आंटी से एमडी ड्रग्स और कोकिन कोक नाम ड्रग्स लेने वाले 200 रूपये से अधिक हाईप्रोफाइल परिवार और युवक-युवतियां है। पुलिस को आंटी के मोबाइल से कई लोगों के बारे में मालूम पड़ा है। पुलिस अब आरोपी आंटी के स्कीम नम्बर 78 स्थित बंगले कीतलाशी के साथ बैंक अकाउंट भी खंगाल रही हैं।