कांग्रेस नेता गोविंद सिंह की कोठी पर चल सकता है बुलडोजर, राजस्व और पुलिस की टीम घुसी कोठी में
भिंड. लहार में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमपी विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह की कोठी की नपाई की जा रही है। राजस्व विभाग की टीम भारी पुलिस बल और क्यूआरएफ के साथ कोठी के भीतर घुसी। डॉ. गोविंद सिंह के समर्थकों ने टीम का विरोध कर दिया है और कुछ देर तनाव की स्थिति बनी हुई है। लहार एसडीएम विजयसिंह यादव ने टीम का सहयोग करने की अपील की है।
कोठी सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनायी जाने की शिकायत के बाद से नपती की जा रही है। सरकारी जमीन पर कब्जा पाया जाता है तो कोठी पर बुलडोजर चल सकता है। इधर डॉ. गोविंद सिंह ने लहार भाजपा विधायक अंबरीश शर्मा पर आरोप लगाते हुए है कि वह दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। हमारे कार्यकर्त्ताओं को चुन-चुन कर जेल में भेज रहे हैं। अब हमारा मकान तुडवाकर अपमानित करने का काम कर रहे है।
मैंने 1 इंच सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं किया-डॉ. गोविंद सिंह
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि मैंने अपने जीवन में 1 इंच भी सरकारी जमीन या किसी दूसरे की जमीन पर कब्जा नहीं किया है। लहार विधायक के पिता का मकान 80प्रतिशत सरकारी जमीन पर बना हुआ है। लहार में लगभग 40प्रतिशत मकान सरकारी जमीन पर बने है। इस पर प्रशासन क्यों मौन है।
लोगों ने की थी सरकारी रास्ते पर कब्जा कर कोठी बनाने की शिकायत
पूर्व नेता प्रतिपक्ष के लहार स्थित कोठी के सीमांकन का मुद्दा गरमाया हुआ है। आज सीमांकन के लिए राजस्व विभाग की टीम सबसे पहले मढ़यापुरा स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंची। यहां से नपाई शुरू की गई। मेन रोड से कोठी नापी जाएगी। कोठी और आसपास के एरिया में दो सर्वे नंबर की तलाश की जाएगी। यह सर्वे नंबर सरकारी बताया जा रहा है। इन दोनों सर्वे नंबर को लेकर ही वार्ड 12 के रहने वाले जाटव समाज के लोगों ने शिकायत की थी कि कोठी सरकारी रास्ते पर कब्जा कर बनाई गई है।
डॉ. गोविंद के बेटे की याचिका खारिज
18 जुलाई को भी टीम नाप के लिए पहुंची थी, लेकिन तब नपाई पूरी नहीं हो सकी। इसके दूसरे दिन 19 जुलाई को कांग्रेस नेता के बेटे अमित प्रताप सिंह ने सीमांकन रोकने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। यह खारिज हो गई। ऐसे में आज फिर कार्रवाई शुरू की गई है।