राजामाता का माधवीराजे सिंधिया का पार्थिव शरीर प्लेन 11 ग्वालियर आयेगा, 3 बजे अंतिम दर्शन और 5 बजे अंतिम संस्कार किया जायेगा
शिवराज बोले-ग्वालियर की जनता की चिंता की, परिवार को संभाला
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- वे सक्रिय राजनीति में नहीं थी लेकिन ग्वालियर की जनता की चिंता उन्होंने हमेशा की। माधवराव जी के जाने के बाद परिवार को संभाला। ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को मार्गदर्शन दिया। मैं ऐसी स्नेहमयी राजमाता के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
सिंधिया के दिल्ली आवास पर राजमाता को श्रद्धांजलि की चार तस्वीरें




ग्वालियर. केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजामाता माधवीराजे सिंधिया का निधन हो गया वह 75 वर्ष की थी। उन्होंने बुधवार की सुबह 9.28 बजे दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। पार्थिव शरीर बुधवार की दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक उनके दिल्ली वाले आवास पर रखा गया है। फिर गुरूवार की सुबह 11 बजे ग्वालियर लायी जायेगी। ग्वालियर में दोपहर 3 बजे तक अंतिम दर्शन के लिये रखा जायेगा। अंतिम संस्कार ग्वालियर में शाम 5 बजे किया जायेगा। माधवीराज के निधन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कई नेताओं ने दुःख जताया ाहै।
राजामाता माधवीराजे सिंधिया मूलतः नेपाल की निवासी थी। वह नेपाल राजघराने से संबंध रखती थी। उनके दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री थे। राणा वंश के मुखिया भी रहे। 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था।