सेन्ट्रल विस्टा को विदिशा के मंदिर की तर्ज बनाया गया है, पुरानी इमारत भी एमपी के मुरैना के 64 योगिनी मंदिर जैसा बनाया था
नई दिल्ली. New Parliament Building नये पार्लियामेंट भवन सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट(Central Vista Project) के तहत बनी भारत की नई संसद का उद्घाटन होने जा रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसमें मध्यप्रदेश की एक मंदिर की झलक देखने को मिल रही है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि प्रोजेक्टर की डिजाइन विदिशा की विजय मंदिर (Vidisha Vijay Temple) को देखकर किया गया है।
India Parliament New building: वर्तमान संसद भवन का निर्माण भी मध्यप्रदेश के मुरैना के चौसठ योगिनी मंदिर के डिजाइन के तर्ज पर कियागया है। जिसे ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस ने बनाया था। अब नये संसद भवन का निर्माण भी मघ्यप्रदेश के ही एक मंदिर की तर्ज पर होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि इसके बारे में सरकार की ओर पुष्टि नहीं की गयी है।
जिस मंदिर की तर्ज पर नयी संसद बन कर तैयार हुई है जिसका शुभारंभ 28 मई को प्रधानमंत्री के करकमलों से किया जायेगा। वो मंदिर मध्यप्रदेश के विदिशा में स्थित है। इतिहासकारों के मुताबिक विजय मंदिर देश के विशालतम मंदिरों में गिना जाता है। यह कई बार संस्कृति को आक्रांताओं द्वारा लूटी गया गया है।
विजय मंदिर के ऊंचे बेस को देखकर इसका आकार और संसद भवन की आकृति एक लगभग एक जैसी ही दिखाई दे रही है। यहां नयीं संसद भवन के प्रोजेक्ट और मंदिर की तस्वीर को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं।
विजय मंदिर पर कई बार तोड़ा और लूटा गया है। मोहम्मद गोरी के गुलाम अलतमश से लेकर औरंगजेब जैसे क्रूर शासकों की हरकतों का यह मंदिर शिकार हुआ है। लेकिन बार-बार इसका निर्माण भी करवाया गया है। विजय मंदिर के पीछे चार मीनारे दिखाई देती है। जिसको मस्जिद का स्वरूप बनाई गयी थी।
देश के वर्तमान संसद भवन का डिजाइन भी मघ्य प्रदेश के मुरैना में स्थिति चौसठ योगिनी मंदिर जैसा है, जिसे ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस ने बनाया था. अब नए संसद भवन का निर्माण भी मध्य प्रदेश के ही विजय मंदिर से मिलता-जुलता है. यानी भारत की सबसे शक्तिशाली इमारत का इतिहास आजादी के पहले से मध्य प्रदेश से जुड़ा है और आगे भी जुड़ा रहेगा.