दिन दहाडे सराफाबाजार में हुई लूट एवं हत्या के प्रयास आरोपियों 24 घंटे में पुलिस ने दबोचा
ग्वालियर/शिवपुरी कस्बा दिनारा के सर्राफा बाजार में सोना.चांदी के जेवरात के व्यापारी दुकानदार हरिशंकर सोनी अपनी सोने.चांदी की दुकान में 18 जून को बैठे थे, कि एक अपाचे मोटरसाइकिल से दो अज्ञात लड़के ग्राहक बनकर आए और व्यापारी से हथियारों की नोक पर दिन दहाड़े सोने.चांदी के जेवरात लूटने का प्रयास किया एवं जान से मारने की नियत से पिस्टल से व्यापारी पर गोली चलाई जिससे व्यापारी के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया, आरोपी घटना घटित कर घटनास्थल से फरार हो गए। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना दिनारा में धारा 393, 307, 34 आईपीसी 11/13 एमपीडीपीके एक्ट के तहत अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त घटना से सराफा बाजार, कस्बा दिनारा में व्यापारियों में भय एवं डर का माहौल व्याप्त हो गया था।
घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया एवं एसडीओपी करैरा जीडी शर्मा एवं थाना प्रभारी दिनारा एसआई रिपुदमन सिंह राजावत की टीम को घटना के संबंध में दिशा निर्देश दिए एवं सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे आरोपी की पहचान हेतु पुलिस टीम को समझाइश देकर आरोपियों की पतारसी में लगाया गया। थाना प्रभारी दिनारा द्वारा अपनी पुलिस टीम के साथ आरोपियों की पहचान कर आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास जारी किए गए। आरोपीगण की धरपकड़ एवं पूछताछ पर घटना का खुलासा किया। आरोपी पुष्पेंद्र चैहान उर्फ अल्ले चौहान पुत्र लखन सिंह चौहान उम्र 22 साल निवासी करैरा एवं विशाल और आकाश शर्मा पुत्र जमुना प्रसाद शर्मा उम्र 21 साल निवासी मोहार हाल निवासी करैरा को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में उपयोग की गई 32 बोर पिस्टल मय जिंदा राउण्ड एवं घटना में उपयोग की गई अपाचे गाड़ी बरामद की गई। आरोपियों से थाना दिनारा के अपराध क्रमांक 52/20 धारा 392 आईपीसी 11, 13 एमपीडीपीके में लूटी गई एक पल्सर गाड़ी के संबंध में पूछताछ की तो आरोपीगण द्वारा पूर्व में लूट की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया तथा पुलिस टीम द्वारा उसमें लूटा गया माल सोने.चांदी के जेवरात एवं पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
लूट एवं हत्या के प्रयास के आरोपियों पुलिस ने कड़ी मशक्कत से घेरा बंदी करते हुए एसआई रिपुदमनसिंह राजावत, सोवरसिंह सिसोदिया, चौकी प्रभारी थनरा एएसआई विनोद गौतम, आरक्षक अंकित, रामवीर, हिमाचल, दीपेन्द्र, विजय एवं सैनिक धर्मपाल सिंह आदि आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी मिली।