बेटे की तरह अंतिम संस्कार करा रही है तहसीलदार शिवानी पांडे, लड़को के होते हुए भी
ग्वालियर. घर परिवार में बेटों की लाइन लगी हो और बेटियां भी घर में हो लेकिन कोरोना पॉजिटिव परिवार का मुखिया अंतिम सांस लेते पूरे परिवार के सदस्य मुंह फेर लेते हैं ऐसा ग्वालियर चंबल संभाग में देखने में आया एक नहीं चार परिवारों में ऐसा ही नजारा देखने को मिला है जिस परिवार के बेटे अपनी पिता की लाश को छोंड़कर भाग जाते हैं, बात यहीं खत्म नहीं होती हैं जिला प्रशासन में पुरूष तहसीलदार भी हैं लेकिन जब अंतिम संस्कार की बात आती है तो सब अपनी जिम्मेदारी से नजरें चुराते हुए भाग जाते हैं श्मशान घाट की ओर जाना तो दूर उस ओर देखते भी नहीं हैं। लेकिन एक महिला तहसीलदार ऐसी भी है जिसने चाहे सुबह हो या रात 10 बजे हों इन्होंने अपनी जिम्मेदारी से कभी मुंह मोड़ परिवार के सदस्यों के होते हुए भी एक बेटे की भूमिका निभाते हुए अंतिम संस्कार को संपन्न कराया है। यह महिला तहसीलदार हैं शिवानी पांडे। यह अपनी टीम के सदस्य आरआई होतमसिंह यादव और शिवदयाल शर्मा के साथ एक पैर पर खड़े होकर अभी 4 अंतिम संस्कारों को संपन्न कराया हैं। सत्यनारायण शर्मा, देवाबाई, ज्योति सहित 5 लोगों का अभी तक अंतिम संस्कार करा चुकी हैं।
सत्यनारायण शर्मा निवासी श्योपुर कोरोना पॉजिटिव का हुआ निधन
जयारोग्य चिकित्सालय के सुपर स्पेशलिटी में श्योपुर निवासी कोरोना पॉजिटिव सत्यनारायण शर्मा, 55 वर्ष का पिछले 2 दिनों से उपचार चल रहा था जिसने आज शनिवार की सुबह 4.30 बजे अंतिम सांस ली। जिसका अंतिम संस्कार लक्ष्मीगंज श्मशानघाट में सुबह 11.30 बजे तहसीलदार शिवानी पांडे आरआई शिवदयाल शर्मा मौजूद रह कर अंतिम संस्कार संपन्न कराया है।
100 वर्षीय देवाबाई निवासी डबरा
डबरा निवासी 100 वर्षीय देवाबाई कोरोना पॉजिटिव का ग्वालियर ज्यारोग्य चिकित्सालय के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान निधन हो गया था जिसका देर रात तहसीलदार शिवानी पांडे अपनी मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया था जबकि इनका लगभग 60 लोगों का परिवार हैं।
ज्योति बदला हुआ नाम पता अज्ञात
ज्योति कोरोना पॉजिटिव का ग्वालियर ज्यारोग्य चिकित्सालय के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान निधन हो गया था आज से 2 दिन पूर्व शाम को लगभग 3 बजे अंतिम संस्कार संपन्न कराया था। इनके परिवार की ओर से भी कोई मौजूद नहीं था सिवाय तहसीलदार शिवानी पांडे और उनका स्टाफ।