ज्योतिरादित्य के गढ़ में आदिवासियों का सरकार को संदेश, गुना में जलाई गयी आदिवासी महिला के परिवार को मिले 5 करोड़, जयस ने किया प्रदर्शन
गुना. जिले के बामोरी इलाके में 2 जुलाई को कथित तौर पर डीजल डालकर जिन्दा जलाई गयी आदिवासी महिला के मामले में तूल पकड़ लिया है। रविवार को जयस ने गुना में बड़ा आन्दालने किया। पहली बार मप्र के कई जिलों से आदिवासी नेता और कार्यकर्त्ता गुना पहुंचे। कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और मनावर विधायक हीरालाल के अलावा भी शामिल हुए। आन्दोलन के जरिये आरोपियों को फांसी देने और मृतक महिला के परिवार वालों को 5 करोड़ का मुआवजा देने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
बमोरी इलाके के धनोरिया गांव में 2 जुलाई को आदिवासी महिला रामप्यारी बाई को गांव के ही दबंगों ने कथित तौर पर जला दिया था। मामला जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ था। 3 महीने पहले ही प्रशासन ने रामप्यारी बाई की जमीन से दबंगों को बेदखल कर उसे कब्जा सौंपा था। तहसीलदार के नेतृत्व में प्रशासन ने बेदखली की कार्रवाई की थी। इसके बाद भी दबंग उसे जमीन पर खेती नहीं करने दे रहे थे। 2 जुलाई को खेत पर दबंगों ने कथित तौर पर महिला को डीजल डालकर जला दिया रहा। गंभीर हालत में महिला को भोपाल रैफर किया गया थाए जहां 6 दिन जिंदगी से संघर्ष करने के बाद महिला ने दम तोड़ दिया था।
आरोपी हो चुके गिरफ्तार
दबंगों द्वारा आदिवासी महिला को जलाने के मामले में पुलिस ने 6 लोगों परद मामला दर्ज कर 4 पुरूष और 2 महिलायें शामिल है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वह सभी फिलहाल जेल में है। घटना के बाद से ही तमाम नेता धनोरिया पहुचकर उसके परिवारवालों से मुलाकत कर रहे हैं। पंचायत मंत्री महेन्द्रसिंह सिसोदिया, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह समेत कई नेता रामप्यारी बाई के परिवार से मिल चुके हैं।
कई जिलों से पहुंचे कार्यकर्ता
जयस द्वारा बुलाए गए इस आंदोलन के बाद से ही प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से तैयारियां करने में लगा था। दशहरा मैदान में आमसभा की अनुमति दी गयी थी। रविवार सुबह से ही आदिवासी नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचने लगे थे। प्रदेश के लगभग 15 जिलों से आदिवासी कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल होने पहुंचे हैं। पहली बार गुना में जयस का बड़े स्तर पर कार्यक्रम हुआ है।