नये साल जश्न मनाने निकले तो गाइडलाइन, ग्वालियर किला, म्यूजियम और चिडि़याघर पहुंचे
ग्वालियर. नये साल के जश्न में बार-बार टूटी कोविड़ गाइडलाइन, चिडि़याघर, किला, म्यूजियम में दोपहर 2 बजे तक की 25 हजार से अधिक सैलानी पहुंच चुके थे। पर इस भीड़ के बीच कोरोना का खतरा भी देखने में नजर आया। प्रशासन के लाख दावों के बाद भी न तो वहां लोग मास्क में नजर आये न ही सोशल डिस्टेंस दिखाई दी। पर्यटन स्थल पर पहुंचे सैलानी गुटों में भीड़ लगाते हुए नजर आये हैं। जब किला पर घूमने आये लोगों से पूछा िकवह मास्क क्यों नहीं पहने और कोरोना का वैरियेंट ओमिक्रॉन कितना खतरनाक है यह नही जाते हैं क्या तो कुछ ने तो ओमिक्रॉन नाम ही नहीं सुनने की बात कहीं। यह सुनकर आश्चर्य जरूर हुआ है। वायरस के इस वैरियेंट से पूरे विश्व में दहशत है और लोग अभी भी इसके प्रभाव से अनजान हैं।
न मास्क नो एंट्री का था दावा
पर्यटनस्थल पर नो मास्क नो एंट्री का नियम लागू कर दिया है। इस समय कोरोना के नये वैरियेंट ओमिक्रॉन की दहशत है। कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे है। जिससे माना जा रहा हैकि कभी भी कोरोना की तीसरी संभावित लहर आ सकती है। इसलिये मास्क लागू कर दिया है। प्रशासन का दावा था कि बिना मास्क आपको किसी भी पर्यटन स्थल, चिडि़याघर, किला और म्यूजियम में गेट से अन्दर ही नहीं जाने दिया जायेगा।
वैक्सीन सार्टीफिकेट शो करने पर मिला टिकट
यदि आप किसी भी पर्यटन स्थल पर जैसे किला, म्यूजियम या चिडि़याघर जा रहे हैं तो यह भी जान लें कि यहां विण्डो से टिकट लेने के लिये आपको वैक्सीन का सार्टीफिकेट दिखाना ही पड़ेगा। पर्यटन विभाग ने भी वैक्सीन सार्टीफिकेट अनिवार्य किया है। इसलिये आप आपना वैक्सीन सार्टीफिकेट साथ ले जाये। उसकी सॉफट कॉपी या हार्ड कॉपी जरूर पास रखें।
किले पर सुबह से ही भीड़, हर रास्ते पर लगा जाम
ग्वालियर की पहचान और अभी तक अजेय माना जाने वाला ग्वालियर किला भी सैलानियों के घूमने के लिए काफी चर्चित है। नए साल के पहले दिन शनिवार को सुबह से ही किले पर घूमने के लिए सैलानियों की भीड़ रही। किले स्थित मंदिर और एतिहासिक महल और स्थल देखने के लिए लोग ऐसे निकले कि किले पर जाने वाले हर रास्ते पर जाम लगा था। दोपहर दो बजे तक किले पर 15 हजार से ज्यादा सैलानी पहुंच चुके थे। वो बात अलग है कि टिकट लेकर मानसिक महल, म्यूजियम व अन्य दर्शनिक स्थल घूमने वालों ने 2200 से ही टिकट लिए थे। किले पर भी घूमने वाले मास्क और सोशल डिस्टेंस में नजर नहीं आए। इनमें बच्चे भी काफी संख्य में मौजूद थे। जिनको वायरस की चपेट में आने का खतरा मंडरा रहा है।