चीन के ड्रोन हमलों को रोकने के लिए भारतीय नौसेना खरीदेगी स्मैश-2000 राइफलें
नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच पिछले 8 महीने से चल रहे सैन्य तनाव के बीच भारतीय नौसेना भी लगातार चौकस है। लद्दाख में चीन की किसी गुस्ताखी का जवाब हिंद महासागर में देने के लिए वह लगातार अपनी सैन्य तैयारियां बढ़ा रही है इसके लिए वह अब ड्रोन को मार गिराने वाली दुश्मन स्मैश-2000 राइफलें भी खरीदने जा रही है।
नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान चीन ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की है। इससे क्षेत्र के सुरक्षा हालातों में बदलाव आया है और उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना कोरोना और चीन की इस दोहरी चुनौती से हर हालात में निपटने के लिये पूरी तरह तैयार है।
अमेरिका से प्रिडेटर ड्रोन किराये पर लिए गए
नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह ने आगे कहा कि देश की समुद्री सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए नौसेना लगातार अपनी शक्ति बढ़ा रही है इसके लिए हाल में अमेरिका से प्रिडेटर ड्रोन किराये पर लिए गए है। ये ड्रोन भारतीय समुद्री क्षेत्र की निगरानी में इस्तेमाल किए जाएंगे। यदि थलसेना और वायुसेना जरूरत समझेंगी तो इन्हें एलएसी की निगरानी में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।