जीवाजी विश्वविद्यालय-मुझे गलत फंसाया और मैसेज भेजकर नींद की गोलियां खा ली
ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय (जेयू) में बीएससी नर्सिंग अंतिम वर्ष कीगलत अंकसूची जारी करने के मामले में प्राथमिक जांच के बाद निलंबित किये गये एक कर्मचारी ने अधिकारियों को आत्महत्या करने का संदेश भेजने के बाद नींद की गोलियां खाली। परिजनों उसे आनन फानन में अस्पताल ले गये। कर्मचारी द्वारा नींद की गोलियां खाने की खबर मिलते ही रात को करीब 12 बजे कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला तथा अन्य अधिकारी जयारोग्य चिकित्सालय पहुंच गये और कर्मचारी के अच्छे इलाज के लिये डॉक्टरों से चर्चा की।
जीवाजी विश्वविद्यालय में बीएससी नर्सिंग अंतिम वर्ष की अंकसूची जारी करनेमें गड़बड़ी जारी करने में हुई गड़बड़ी की गयी है। कुछ छात्र जो रिजल्ट में फेल थे। उन्हें पास की अंकसूची दे दी गयी है। यह शिकायत कार्यपरिषद् सदस्य अनूप अग्रवाल ने की थी। शिकायत के बाद प्रारंभिक जांच की गयी तो पता चला शिकायत सही है और इसके बाद सोमवार को गोपनीय विभाग के कर्मचारी विनोद जाटव, सूरज भटेजा और करेक्शन सेल के जलदान सिंह को निलंबित कर दिया गया था।
पूरे प्रकरण में गोपनीय विभाग के कर्मचारी विनोद जाटव ने निलंबित होने की खबर मिलते ही अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रखा था कि वह इस समय पेपर सेट करन का काम संभाल रहा है और परीक्षा परिणाम में करेक्शन करने की जिम्मेदारी करेक्शन सेल की होती है इस मामले में उसे गलत फंसाया गया है। शाम को उसने आत्महत्या करने और उसे गलत फंसाये जाने का मैसेज परीक्षा नियंत्रक प्रो. मुकुल तेलंग और असिस्टेंट रजिस्ट्रार अमित सिसोदिया को भेजा और इसके कुछ समय बाद ही उसने नींद की गोलियां खा ली।
मुझे फंसाया गया है
नर्सिंग की गलत मार्कशीट जारी करने के मामले में फंसाया गया है। इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है, स्पष्टीकरण भी दे दिया है। तनाव में था इसलिए नींद की गोलियां खा लीं, अब ठीक हूं।
विनोद जाटव, कर्मचारी, गोपनीय विभाग
मामले की निष्पक्ष जांच होगी
कर्मचारी विनोद जाटव द्वारा नींद की गोलियां खाने की जानकारी मिली है, वह खतरे से बाहर है। उसके इलाज का ध्यान रखा जा रहा है। इसके साथ ही पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।
डॉ. केशव सिंह गुर्जर, जनसंपर्क अधिकारी, जेयू