मप्र में एक दिन का होगा विधानसभा का मॉनसून सत्र, प्रश्नकाल, शून्यकाल नहीं पर लिखित में मिलेंगे जवाब
भोपाल. मध्य प्रदेश का प्रस्तावित विधानसभा का मॉनसून सत्र सिर्फ एक दिन का हो सकता है। जानकारी के अनुसार एक दिवसीय सत्र में कार्यवाही के दौरान दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी जबकि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव नहीं होगा। यह फैसला सर्वदलीय बैठक में लिया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव नहीं होगा
विधानसभा सत्र के संचालन पर आज सर्वदलीय बैठक में यह भी फैसला हुआ कि कोरोना के चलते सिर्फ बजट पास किया जाएगा लेकिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव नहीं होगा। एक दिन के सत्र में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद बजट को पास किया जाएगा। एक दिन के सत्र में विधायकों को सीमित संख्या में बुलाने पर सहमति बनी है। विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल, शून्यकाल नहीं होंगे लेकिन सभी विधायकों के सवालों के जवाब लिखित में दिए जाएंगे।
हालांकि सदन की एक दिवसीय कार्यवाही में विधिक कार्य होंगे। वहीं विधायकों की संख्या भी सीमित हो सकती है। सदन की कार्यवाही चलाने के लिए कोरम संख्या में विधायक रहेंगे हालांकि पहले यह 3 दिनों तक होना प्रस्तावित था लेकिन बढ़ने कोरोना को देखते हुए इसे सिर्फ एक दिन का किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को टालने की खबर पर पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि 35 दिन हम विधानसभा अध्यक्ष बनाएंगे।