गौ अभ्यारण यानी कि न्यू वृन्दावन आमजन के लिये तैयार, आये और गौवंश की सेवा करें-राजाबाबू सिंह, एडीजी
ग्वालियर. शहर से 40 किमी दूर रानीघाटी में नये गौर अभ्यारण ‘‘न्यू वृन्दावन’’ का शुभारंभ मुख्य अतिथि एडीजी राजाबाबू सिंह और अध्यक्षता संभागायुक्त एमबी ओझा के आतिथ्य में किया गया। इस मौके पर एडीजी राजाबाबू सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि गौशाला (गौ अभ्यारण) यहां के निवासियों को एक नई दिशा देगा। राजाबाबू सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि आसमान चारों ओर कार्बन डाइऑक्साइड फैली और पेड़ की जड़ों में तो पेड़ आक्सीजन छोड़ता है जो जनमानस के जीवन के लिये उपयोगी होता हैं।
इस मौके पर संभागायुक्त एमबी ओझा ने संबोधित करते हुए कहा कि गौशाला को गौ अभ्यारण का रूप देना बहुत ही उपयोगी होगा, वैसे तो राजाबाबू सिंह इस दिशा में बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं मैं उन्हें बधाई देता हूं। वह मकसद में सफल और कामयाब हो यही मेरी शुभकामनायें है।
जिला पंचायत सीईओ शिवम वर्मा ने कहा है कि गौशाला एडीजी राजाबाबू सिंह के निर्देश पर बनाई गयी है गौशाला के लिये आने वाली हर तरह की मदद करने के लिये तैयार हूं।
गौशाला के लिये नगरनिगम पूरी तरह से तैयार है निगमायुक्त संदीप माकिन ने कहा है कि गौशाला को विकसित करने के लिये नगरनिगम पूरी तरह से तैयार हूं।
इस मौके पर साधुसंत समाज ने भी संबोधित किया और आज गौशाला एडीजी राजाबाबू सिंह, संभागायुक्त एमबी ओझा, सीईओ जिला पंचायत शिवम वर्मा, निगमायुक्त संदीप माकिन के सहयोग से भी गौशाला बन कर तैयार हुई हैं।
कोई भी योजना बिना जनमानस के असंभव
राजाबाबू सिंह ने कहा कि कोई भी सरकारी योजना स्थानीय जनमानस को विश्वास में लेकर बनाई जाये तभी योजना सफल होगी। जब तक आमजनों को साथ में नहीं लेंगे तबतक कोई भी सरकारी योजना सफल नहीं हो पाती है।
पेड से कैंसर से बचाव होता है
हमारा शरीर जमीन, जंगल, जल और हवा से बना हुआ है। पेड़ की हवा हमारे लिये जीवनदायनी है पेड़ जब ऑक्सीजन छोड़ता है इससे ओजोन परत बनती है जब आसमान से कार्बनडाइ ऑक्साइड की अधिकता पाई जाती है तो इससे कैंसर की बीमारियां होती है। वातावरण में कॉर्बन डाई ऑक्साइड का लोड बना रहता है इससे कैंसर रोगियों की संख्या बढ़ रही है इसलिये हमें पेड़ों की जड़ों में कार्बनडाइ आक्साइड डालना है और पेड़ अधिक मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ सके।
पेड़ पौधों की जरूरत इसलिये भी होती है जिससे गौवंश की समस्या बन रही है 300-400 गायों के झुण्ड बना कर चलती है और फसल को नष्ट करती है गोशाला लाल टिपारा में सही गौशाला नहीं है गांय को खुले में छोड़ना चाहिये इसलिये इस दिशा में यह गौ अभ्यारण सही कदम होगा।
इसलिये न्यू वृन्दावन गौ अभ्यारण में 5 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है जब यहां पर दुबारा लौटे तो हरियाली ही देखने को मिलेगी। गौशाला के समारोह में कार्यक्रम का संचालन कमल उपाध्याय ने किया।