पूर्वी लद्दख में भारतीय जवानों ने चीन के 43 सैनिक ढेर किए
लद्दख. भारत और चीन के बीच तनाव अब केवल बातों या वार्ता तक सीमित नहीं रह गया है यह खूनखराबे तब्दील हो गया है। पूर्वी लद्दख की एलएसी पर दोनों देशों के सैनिकों में जमकर हिंसक झडप हुई है। जहां भारत ने अपने 20 जवान खो दिये वहीं चीन के 43 सैनिक भी ढेर कर दिए गए।
17 अन्य जवान घायल
पूर्वी लद्दख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अतिक्रमण को लेकर भारत और चीन की सेनाओं के बी जारी तनातनी ने सोमवार की रात हिंसक झडप का गंभीर रूप ले लिया। इसमें एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैन्य कर्मी शहीद हुए है। 17 अन्य जवान घायल है। शहीद व घायल हुए जवान 16 बिहार रेजीमेंट के है। चीन के भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर है।
पीएम मोदी ने कैबिनेट बैठक बुलाकर हालात का जायजा लिया
इस घटना के बाद देश में काफी सरगर्मी बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर शाम सुरक्षा मामलेें पर कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाकर हालात का जायजा लिया। बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस.जयशंकर मौजूद रहे। 45 साल बाद पहली बार सीमा विवाद में एलएसी पर ऐसी घटन हुई है।
कैसे हुई पूरी घटना
सैन्य जानकारों के मुताबिक सोमवार रात गलवन घाटी में इस हिंसक झडप की शुरूआत चीनी सैनिकों के रूख बदलने से हुई। मोर्चे पर दोनों सेनाओं के बीच बनी सहमति के अनुरूप चीनी सैनिक गलवन घाटी से निकलने पर राजी हो गए लेकिन कुछ ही देर बाद पलट कर भारतीय सैनिकों पर पत्थरों से हमला करने लगे। हमले में भारतीय बटालियन की कमान संभाल रहे कर्नल संतोष बाबू और दो जवान गंभीर रूप् से जख्मी हो गए। पत्थरबाजी और लाठी-डंडे के अलावा दोनों देशों के सैनिक हाथ-पैर से भी कई घंटों तक एक दूसरे से संघर्ष करते रहे। देर रात किसी तरह यह लडाई थमी। इस दौरान तापमान शून्य के करीब पहुंच गया था। घायल भारतीय सैनिकों को हेलीकॉप्टर के जरिए निकाला गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।