मप्र में सरकारी कार्यालयों में कामकाज शुरू और एम्स में दवा का ट्रायल शुरू
भोपाल. लॉकडाउन का फैस-2 खत्म होने में महज 4 दिन शेष है इससे पूर्व गुरूवार से कामकाज शुरू हो गया। उधर, भोपाल एम्स में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा का कोरोना संक्रमितों पर ट्रायल शुरू हो गया है। 3 मरीजों को दवा का पहला डोज दिया गया है। प्रदेश में अलग अलग जिलों से जारी रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमितों की संख्या 2619 हो गयी है। जबकि 514 मरीज ठीक हो चुके हैं। 133 लोगों की मौत हो गयी है। इन्दौर में 1485, भोपालमें 511 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं।
उधर, केन्द्र सरकार ने बुधवार को लॉकडाउन में लगी पाबंदियों में बड़ी ढील का ऐलान किया है। 36 दिन से देशभर में फंसे मजदूरों, छात्रों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों और अन्य लोगों को धर लौटने की छूट मिल गयी है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 4 मई से लॉकडाउन में बड़ी राहत देने की घोषणा की है।
शासकीय कार्यालयों में कामकाज के लिये गाइडलाइन
सोशल डिस्टेसिंग का पालन हो।
कर्मचारियों को मास्क पहनना आवश्यक होगा।
सैनिटाइजर और हैण्डवॉश की व्यवस्था।
ऑफिस आते -जाते समय सभी की थर्मल स्क्रनिंग होगी।
बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित रहेगा।
कार्यालय में गुटखा, तम्बाकू लाना और खाना प्रतिबंधित रहेगा।
मीटिंग में अधिकारी एक दूसरे से कम से कम 6 फीट की दूरी पर बैठेंगे।
लिफ्ट में क्षमता के अनुसार से 2 या 4 लोग ही जायेंगे।
कोरोनी का एम्स में नई दवा का ट्रायल शुरू
भोपाल एम्स में कोरोना संक्रमितों पर माइक्रो बैक्टीरियम -डब्ल्यू (एम डब्ल्यू) दवा के ट्रायल की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। गुरूवार की सुबह एम्स के आईसीयू में भर्ती 3 गंभीर मरीजों को पहला डोज दिया गया है। प्रत्येक मरीज को इंजेक्टशन के रूप में एमडब्ल्यू दवा के 3 डोज दिये जायेंगे। इस दवा का वैक्सीन के रूप में पहले भी ट्रायल हो चुका है। लंग कैंसर, कुष्ठ, टीबी और निमोनिया जैसी बीमारियों के इलाज में इसके परिणाम सकारात्मक रहे थे। इस दवा का इंसानों पर कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है। यह दवा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और इससे मरीज स्वस्थ्य हो जाता हैं।