ग्वालियर के एक आईपीएस ट्रक क्लीर बनकर पहुंचे, पुलिसकर्मी ने उनसे ही मांग लिए पैसे, एसपी ने चारों आरक्षकों को सस्पेंड कर लाइन अटैच किया
ग्वालियर. ग्वालियर के एसपी अमित सांघी के पास शहर में बढ़ती अवैध वसूली की सूचना लगातार पहुंच रही थी। पुलिस ने कई बार कार्रवाई भी की लेकिन वसूली की शिकायतें कम नहीं हुई ऐसे में शिकायतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एसपी ने मामले की जांच करने के निर्देश ग्वालियर के पनियार थाने में पदस्थ प्रशिक्षु आईपीएस मोती-उर-रहमान को दी जिसके बाद आईपीएस खुद ट्रक क्लीनर बनकर हकीकत जानने पहुंच गए।
आईपीएस को देख वूसली कर रहे पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूले
आईपीएस मोती उर रहमान ने बताया कि वे एक ट्रक में सवार होकर ग्वालियर के विक्की फैक्ट्री चौराहे पर पहुंचे जहां चेकिंग पॉइंट पर मौजूद पुलिसकर्मी ने उनका ट्रक रोक्कर वसूली के लिए ट्रक के अंदर हाथ बढ़ा दिया। जैसे ही पुलिसकर्मी ने पैसे मांग तो आईपीएस मोती उर रहमान ट्रक से नीचे उतर आए। आईपीएस अधिकारी को सामने देख वहां वूसली कर रहे पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूल गए।
एसपी अमित सांघी चारों आरक्षकों को सस्पेंड कर लाइन अटैच किया
आईपीएम मोती उर रहमान ने बताया कि रात करीब 12.30 बजे वे विक्की फैक्ट्री चौराहे पर पहुंचे जहां सत्यवान सिंह, रविन्द्र कुशवाह, थान सिंह यादव और मुकेश शर्मा नाम के चारों आरक्षक यहां से गंजर रहे सभी वाहनों से अवैध वसूली करने में लगे थे। जब उनसे भी वसूली करने की कोशिश की गयी तो पूरेे मामले का खुलासा हुआ जिसके बाद चारों की जानकारी रात में ही ग्वालियर एसपी अमित सांघी को दी। जैसे ही अवैध वसूली की जानकारी आईपीएस ने एसपी को दी तो उन्होंने झांसी रोड थाने में पदस्थ चारों आरक्षकों को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया।