अयोध्या के राममंदिर की तर्ज पर बनायेंगे राममंदिर, मकर संक्रान्ति पर होगा शिलापूजन
ग्वालियर. गांधी रोड स्थित शनि मंदिर पर पिछली 3 पीढियों से कब्जा था लेकिन जिला प्रशासन ने माफी ओकाफ की जमीन से कब्जाधारियों से जमीन से बेदखल करने की कार्यवाही 8 नवम्बर 2020 को गयी थी। जिला प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर अनिल बनवारिया ने बताया कि लगभग 9 बीघा जमीन पर सोमवार की सुबह 11 बजे भूमिपूजन किया गया है और बताया कि इस जमीन राम मंदिर की तर्ज पर मंदिर का निर्माण किया जायेगा। भूमिपूजन में रामजानकी राजमंदिर सार्वजनिक न्यास परिसर अध्यक्ष एडवोकेट अरबिंद दूदावत, उपाध्यक्ष केशव सिंघल, विष्णु जैन, हरिबाबू अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, राजेश ऐरन, अशोक अग्रवाल, रामबाबू अग्रवाल और जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम विनोद भार्गव, अनिल बनवारिया, तहसीलदार ममता शाक्य, कुलदीप दुबे, आरआई, पटवारी, टीआई ठाठीपुर आरपी विमल मौजूद रहें।
14 जनवरी को होगा शिलापूजन
रामजानकी राजमंदिर सार्वजनिक न्यास परिसर अध्यक्ष एडवोकेट अरबिंद दूदावत ने बताया कि 14 जनवरी को संतो के द्वारा शिला पूजन किया जायेगा और इसके साथ ही बेसहारा बुजुर्गो के लिये ठहरने, भोजन और रामाश्रय में ठहरने की निःशुल्क व्यवस्था रहेगी। एक से छ वर्ष के बालक-बलिकाओं के लिये मातृछाया बनायेंगे यह भी बच्चों के लिये निःशुल्क रहेगी।
एडवोकेट अरबिंद दूदावत, अध्यक्ष, रामजानकी राजमंदिर सार्वजनिक न्यास
माफी ओकाफ की जगह है
तहसीलदार ममता शाक्य ने बताया कि जगह माफी ओकाफ की है जो मंदिर की जगह लगभग 9 बीघा, 1.567 रकबा है और रामजानकी मंदिर रमटापुर के लगी हुई जगह हैं। माफी ओकाफ की संपत्ति के प्रबंधक कलेक्टर होते हैं।
3 पीढि़यों से हमारा कब्जा है
रामजानकी मंदिर में मौजूद कोमल सिंह यादव, इंदरसिंह ने बताया कि हमारा पिछली 3 पीढि़यों से कब्जा है यहां पर पूजापाठ दंदरौआ सरकार की देखरेख में चल रहा है लेकिन जिला प्रशासन हमारी बात को मानने के लिय तैयार नहीं हैं। यहां पर केशव सिंधल हमेशा एसडीएम बन कर आते हैं।
हमसे गुण्डागर्दी करते हैं
रामजानकी राजमंदिर सार्वजनिक न्यास परिसर के प्रबंधक कलेक्टर होते हैं और हम सभी ट्रस्टी अयोध्या की तर्ज पर 20 फीट ऊंचा राममंदिर बनाना चाहते हैं। जिसमें 7 फीट ऊंची मर्यादापुरूषोत्तम श्रीराम, सीता और लक्ष्मण जी, हनुमान जी की प्रतिमा विराजमान करेंगे। आज हम जब पानी के लिये बोरिंग का भूमिपूजन करने के लिये तभी सब लोग एकत्र होकर हमसे बदतमीजी कर रहे थे।
केशव सिंघल, उपाध्यक्ष, रामजानकी राजमंदिर सार्वजनिक न्यास